लखनऊः विकास प्राधिकरण की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास के आदेश के अनुसार शुक्रवार को भी अलमारियों को तोड़ने का सिलसिला जारी रहा. अलमारियों को तोड़ने से पहले वीडियो ग्राफर को भी बुलाया गया. साथ ही तहसीलदार को भी बुलाया गया. उसके बाद अलमारियों के ताले तोड़ने का सिलसिला शुरु किया गया. तोड़ी गई अलमारियों से हजारों की संख्या में पुरानी फाइल बरामद हुईं. इन फाइलों को रजिस्टर में रिकॉर्ड किया जाएगा.
अलमारी से निकली फाइलों को लिपिक संवर्ग कर्मचारी रजिस्टर करके आगे भेजने की कार्रवाई करेंगे. बहुत फाइल्स ऐसी हैं कि उन पर लिखे हुए अक्षर तक मिट चुके हैं. बता दें संयुक्त सचिव के औचक छापे के बाद सपा सरकार की गैर कानूनी फाइल बरामद की गई थी. बताया जाता है कि अलमारी तोड़ने के बाद से ही भ्रष्टाचार की पोल खुलनी शुरू हो गई थी.
इसे भी पढ़ें- अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस में धक्का-मुक्की, BJP ने बोला हमला
प्राधिकरण के वीसी और संयुक्त सचिव प्राधिकरण को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए प्रयासरत हैं. इसके चलते पहली कार्रवाई में ही मुलायम सरकार की सिफारिश पत्र प्राप्त हुए थे. इसमें अवैध तरीके से उक्त व्यक्ति को घर के आवंटन कराने की बात कही गई थी.