लखनऊ: पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या भूमि पूजन आगमन पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का हर व्यक्ति चाहता था कि राम मंदिर का निर्माण राम जन्मभूमि पर होना चाहिए. यह काम होना एक शुभ संकेत है, लेकिन सरकार ने जो समय चुना है, वह बिल्कुल भी सही नहीं है. इस समय देश को कोरोना से लड़ने की सख्त जरूरत है. ऐसे समय राम मंदिर पूजन पर प्रधानमंत्री के आगमन पर होने वाली भीड़ ठीक नहीं है. देशभक्ति साबित करने का यह समय बिल्कुल शुभ नहीं कहा जा सकता.
लोगों की देशभक्ति पर खड़ा किया जा रहा है सवाल
लोकदल प्रमुख चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि भक्ति और भक्तों के बीच देश बेहाल नजर आ रहा है. अपनी भक्ति साबित करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी हुई है. लोगों की देशभक्ति पर सवाल खड़ा किया जा रहा है. मैं इस देश से प्यार करता हूं, तो स्वाभाविक रूप से देश के प्रति मेरी भक्ति है. लोगों को देश के प्रति अपनी भक्ति साबित करने के लिए कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि देश भक्ति के नाम पर देश में जो हंगामा हो रहा है, उसे देखकर मन में सवाल उठने लगा है कि जो लोग हंगामा कर रहे हैं, वह अपने देश से प्यार करते हैं या प्यार की नौटंकी कर रहे हैं.
अन्य पार्टियां भी कर रही हैं विरोध
लोकदल के अलावा अन्य पार्टियां भी इस समय राम मंदिर के भूमि पूजन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं. विरोधी दलों का कहना है कि पहले सरकार को कोरोना से निपटना चाहिए था. राम मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम आगे भी हो सकता था.