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साउथ अफ्रीका में बंधक अभिषेक का मददगार बना था पाकिस्तानी दोस्त अनवर, एक भाई की तरह रखा ख्याल, वतन वापसी को 45 डॉलर भी दिए - AGRA NEWS

भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह ने पहल की को मामला केंद्र सरकार तक पहुंचा, फिर भारत लौटा अभिषेक

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पिता आलोक शर्मा से साथ अभिषेक (Photo Credit- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 3, 2025, 6:03 PM IST

Updated : Jan 3, 2025, 6:26 PM IST

आगरा: साउथ अफ्रीका में बंधक बनाए गए अभिषेक शर्मा की गुरुवार रात वापसी हो गई. अभिषेक नौकरी के लिए साउथ अफ्रीका गया था और उसे उसके मालिक ने ही बंधक बना लिया था. वतन वापसी के लिए पांच लाख रुपये की डिमांड की थी. जिस पर अभिषेक ने परिजनों को बताया. परिजनों ने बेटे की वतन वापसी के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई थी. एत्मादपुर से भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह ने पहल की को मामला केंद्र सरकार तक पहुंचा.

फिर विदेश मंत्रालय ने इसमें साउथ अफ्रीका दूतावास से संपर्क किया. इसके बाद ही अभिषेक शर्मा की वतन वापसी हुई है. अभिषेक की वतन वापसी में उसके पाकिस्तानी दोस्त अनवर ने भी काफी मदद की. अभिषेक ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि शायद अब घर नहीं लौट सकूंगा. ऐसे में वहां पर पाकिस्तानी दोस्त मोहम्मद अनवर उस्मान ने खूब मदद की. उसने मेरा ख्याल रखा. जब भी परेशान होता था तो मुझे समझाता था. जब भारत लौट रहा था तो उसने 45 डॉलर भी दिए. आगरा आने पर अभिषेक ने पीएम मोदी और सीएम योगी को धन्यवाद दिया.

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परिवार के लोगों के साथ अभिषेक (Photo Credit- ETV Bharat)

बता दें कि आगरा के ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी आलोक शर्मा का छोटा बेटा अभिषेक शर्मा साउथ अफ्रीका एक फैक्ट्री में नौकरी करने गया था. अभिषेक आगरा से छह माह पहले गया था. वहां पर कंपनी के मालिक प्रदीप गजवानी ने उसे अच्छा वेतन और रहने-खाने की सुविधा का आश्वासन दिया था. आलोक शर्मा ने बताया कि जब बेटा वहां पहुंच गया तो कंपनी मालिक ने उसका पासपोर्ट छीन लिया. इसके बाद 6 माह से वेतन भी नहीं दिया. अभी 15 दिन पहले सिर्फ केवल 30 हजार रुपए दिए.

मालिक ने ले लिया पासपोर्ट, 5 लाख मांगे: अभिषेक शर्मा ने बताया कि जब से साउथ अफ्रीका पहुंचा तो मालिक ने टॉर्चर शुरू कर दिया. उसे जमीन पर सुलाता था. मोबाइल पर बात नहीं करने देता था. दिन भर उस पर नजर रखता था. करीब दो माह बाद उसे लगने लगा था कि वह यहां आकर फंस गया है. अब भारत जाना मुश्किल होगा. इसलिए भारत आने के प्रयास शुरू कर दिए. जब ये बात मालिक को पता चली तो उसने पासपोर्ट देने से इनकार कर दिया. कहा कि यदि भारत जाना है तो 5 लाख रुपए दे. रुपये का इंतजाम करे.

पाकिस्तानी अनवर ने समझाया और मदद की: अभिषेक के मुताबिक फैक्ट्री मालिक के पासपोर्ट नहीं देने और पांच लाख रुपये की डिमांड करने से मैं बेहद परेशान था. समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं. मैं रोता था. इस पर मेरे साथ रहने वाला पाकिस्तान का मोहम्मद अनवर मुझे समझाता था. कहता था कि परेशान न हो. घरवालों से बात कर. शांत रहे. यहां से जाने के बारे में काम करे. यहां से निकल जाए. जब मैं भारत आ रहा था तो मेरे पास कुछ रुपये कम थे. इस पर मोहम्मद अनवार ने मुझे 45 डॉलर भी दिए. कहा कि ये काम आएंगे.

घर आने पर मंदिर गया और लोगों से मिला अभिषेक : दिल्ली एयरपोर्ट से अभिषेक शर्मा को लेने के कॉलोनी के लोग और परिजन गए. शुक्रवार देर रात अभिषेक घर आया. तो सबसे पहले मंदिर में भगवान के दर्शन किए. गली मोहल्ले के लोगों से मिला. कहा कि अब जब भारत लौट आया तो लग रहा है कि स्थानीय विधायक, पीएम मोदी और सीएम योगी की वजह से वतन वापसी हुई है.

विधायक ने की मदद: दरअसल, जब साउथ अफ्रीका में फंसे अभिषेक शर्मा ने परिवार से गुहार लगाई तो परिजन परेशान हो गए. परिवार ने जिला प्रशासन और सीएम योगी से बेटा अभिषेक की वतन वापसी की गुहार लगाई. जिस पर एत्मादपुर के भाजपा विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह आगे आए. उन्होंने जिला प्रशासन से बात की. जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर मामला विदेश मंत्रालय तक पहुंचा. जिस पर साउथ अफ्रीका दूतावास तक मामला पहुंचा. तब जाकर अभिषेक की वतन वापसी हुई. अभिषेक शर्मा की वतन वापसी पर एत्मादपुर विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह उसके घर पहुंचे. उन्होंने मिठाई खिलाकर उसका स्वागत किया. इस पर अभिषेक शर्मा और उसके परिजन ने कहा कि विधायक, डीएम, सीएम योगी और पीएम मोदी की वजह से आगरा आ पाया हूं.

यह भी पढ़ें : कानपुर में ट्रेन डिरेल करने के लिए नहीं, आपसी रंजिश में ट्रैक पर रखे गए थे सिलेंडर - KANPUR NEWS

आगरा: साउथ अफ्रीका में बंधक बनाए गए अभिषेक शर्मा की गुरुवार रात वापसी हो गई. अभिषेक नौकरी के लिए साउथ अफ्रीका गया था और उसे उसके मालिक ने ही बंधक बना लिया था. वतन वापसी के लिए पांच लाख रुपये की डिमांड की थी. जिस पर अभिषेक ने परिजनों को बताया. परिजनों ने बेटे की वतन वापसी के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई थी. एत्मादपुर से भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह ने पहल की को मामला केंद्र सरकार तक पहुंचा.

फिर विदेश मंत्रालय ने इसमें साउथ अफ्रीका दूतावास से संपर्क किया. इसके बाद ही अभिषेक शर्मा की वतन वापसी हुई है. अभिषेक की वतन वापसी में उसके पाकिस्तानी दोस्त अनवर ने भी काफी मदद की. अभिषेक ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि शायद अब घर नहीं लौट सकूंगा. ऐसे में वहां पर पाकिस्तानी दोस्त मोहम्मद अनवर उस्मान ने खूब मदद की. उसने मेरा ख्याल रखा. जब भी परेशान होता था तो मुझे समझाता था. जब भारत लौट रहा था तो उसने 45 डॉलर भी दिए. आगरा आने पर अभिषेक ने पीएम मोदी और सीएम योगी को धन्यवाद दिया.

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परिवार के लोगों के साथ अभिषेक (Photo Credit- ETV Bharat)

बता दें कि आगरा के ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी आलोक शर्मा का छोटा बेटा अभिषेक शर्मा साउथ अफ्रीका एक फैक्ट्री में नौकरी करने गया था. अभिषेक आगरा से छह माह पहले गया था. वहां पर कंपनी के मालिक प्रदीप गजवानी ने उसे अच्छा वेतन और रहने-खाने की सुविधा का आश्वासन दिया था. आलोक शर्मा ने बताया कि जब बेटा वहां पहुंच गया तो कंपनी मालिक ने उसका पासपोर्ट छीन लिया. इसके बाद 6 माह से वेतन भी नहीं दिया. अभी 15 दिन पहले सिर्फ केवल 30 हजार रुपए दिए.

मालिक ने ले लिया पासपोर्ट, 5 लाख मांगे: अभिषेक शर्मा ने बताया कि जब से साउथ अफ्रीका पहुंचा तो मालिक ने टॉर्चर शुरू कर दिया. उसे जमीन पर सुलाता था. मोबाइल पर बात नहीं करने देता था. दिन भर उस पर नजर रखता था. करीब दो माह बाद उसे लगने लगा था कि वह यहां आकर फंस गया है. अब भारत जाना मुश्किल होगा. इसलिए भारत आने के प्रयास शुरू कर दिए. जब ये बात मालिक को पता चली तो उसने पासपोर्ट देने से इनकार कर दिया. कहा कि यदि भारत जाना है तो 5 लाख रुपए दे. रुपये का इंतजाम करे.

पाकिस्तानी अनवर ने समझाया और मदद की: अभिषेक के मुताबिक फैक्ट्री मालिक के पासपोर्ट नहीं देने और पांच लाख रुपये की डिमांड करने से मैं बेहद परेशान था. समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं. मैं रोता था. इस पर मेरे साथ रहने वाला पाकिस्तान का मोहम्मद अनवर मुझे समझाता था. कहता था कि परेशान न हो. घरवालों से बात कर. शांत रहे. यहां से जाने के बारे में काम करे. यहां से निकल जाए. जब मैं भारत आ रहा था तो मेरे पास कुछ रुपये कम थे. इस पर मोहम्मद अनवार ने मुझे 45 डॉलर भी दिए. कहा कि ये काम आएंगे.

घर आने पर मंदिर गया और लोगों से मिला अभिषेक : दिल्ली एयरपोर्ट से अभिषेक शर्मा को लेने के कॉलोनी के लोग और परिजन गए. शुक्रवार देर रात अभिषेक घर आया. तो सबसे पहले मंदिर में भगवान के दर्शन किए. गली मोहल्ले के लोगों से मिला. कहा कि अब जब भारत लौट आया तो लग रहा है कि स्थानीय विधायक, पीएम मोदी और सीएम योगी की वजह से वतन वापसी हुई है.

विधायक ने की मदद: दरअसल, जब साउथ अफ्रीका में फंसे अभिषेक शर्मा ने परिवार से गुहार लगाई तो परिजन परेशान हो गए. परिवार ने जिला प्रशासन और सीएम योगी से बेटा अभिषेक की वतन वापसी की गुहार लगाई. जिस पर एत्मादपुर के भाजपा विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह आगे आए. उन्होंने जिला प्रशासन से बात की. जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर मामला विदेश मंत्रालय तक पहुंचा. जिस पर साउथ अफ्रीका दूतावास तक मामला पहुंचा. तब जाकर अभिषेक की वतन वापसी हुई. अभिषेक शर्मा की वतन वापसी पर एत्मादपुर विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह उसके घर पहुंचे. उन्होंने मिठाई खिलाकर उसका स्वागत किया. इस पर अभिषेक शर्मा और उसके परिजन ने कहा कि विधायक, डीएम, सीएम योगी और पीएम मोदी की वजह से आगरा आ पाया हूं.

यह भी पढ़ें : कानपुर में ट्रेन डिरेल करने के लिए नहीं, आपसी रंजिश में ट्रैक पर रखे गए थे सिलेंडर - KANPUR NEWS

Last Updated : Jan 3, 2025, 6:26 PM IST
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