लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज विधायकों को सदन की कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी देने को लेकर प्रबोधन कार्यक्रम (ओरिएंटेशन प्रोग्राम) आयोजित किया गया है. कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना सहित कई प्रमुख मंत्री और अन्य लोग उपस्थित रहेंगे.
विधायकों को परंपरा बताएंगे लोकसभा अध्यक्ष: प्रबोधन कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष विधानसभा सदन की कार्यवाही के दौरान संसदीय परंपरा प्रश्नकाल व अन्य कार्यवाही के बारे में विधायकों को जानकारी देंगे. 23 मई से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के सत्र के दौरान ई-विधान (e-vidhan) सॉफ्टवेयर पर सदन की कार्यवाही संचालित होगी, जिसको लेकर ई-विधान (e-vidhan) के बारे में भी विधायकों को विस्तार से जानकारी आज शुक्रवार को दी जाएगी.
यूपी विधानसभा पूरी तरह से हाईटेक: उल्लेखनीय है कि विधानसभा मंडप में हर सीट में ई-विधान से सदन की कार्यवाही संचालित किए जाने को लेकर टैबलेट लगाया गया है और इसी के माध्यम सवाल पूछे जाएंगे. सदन की कार्यवाही के दौरान सदन के सदस्य पासवर्ड या फिंगरप्रिंट के जरिये टैबलेट को चालू कर सकेंगे. सदन की कार्यवाही का एजेंडा टैबलेट पर उपलब्ध होगा. प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों की ओर से पूछे जाने वाले प्रश्न और सरकार की ओर से दिए जाने वाले उत्तर और प्रश्न भी टैबलेट पर प्रदर्शित होंगे.
विधायकों की टेबल पर लगेगा टैबलेट: विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि 23 मई से विधानसभा सत्र शुरू होगा. सदन की कार्यवाही के दौरान सभी विधायकों की टेबल पर एक टैबलेट लगाया गया है जो ई-विधान सिस्टम से जुड़ा रहेगा और सदन की कार्यवाही उससे ही होगी.
सदन में 379 की जगह 403 कुर्सियां लगीं: इस बार सदन में सभी 403 विधायकों की कुर्सियां लगाई गई हैं, इससे पहले 379 कुर्सियां सदन के अंदर थीं, जिसे इस बार बढ़ा दिया गया है. इस बार 416 सीटें हो गई हैं. 14 मंत्री विधान परिषद से हैं, उनकी भी सदन में बैठने को लेकर व्यवस्था की गई है. सभी सदस्यों को बोलने की बाध्यता अपनी ही सीट से रहेगी. उन्होंने कहा है कि राज्य विधानमंडल दल के सत्र की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. उत्तर प्रदेश के हित के लिए सदन में चर्चा होगी और 26 मई को विधानसभा में सरकार का बजट पेश होगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप