लखनऊ: लॉकडाउन के चलते सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, जिससे लोगों को तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन कुछ परिवार ऐसे भी हैं जो अधिक समय तक लॉकडाउन रहने से खुश नजर आ रहे हैं. बताते चलें कि लॉकडाउन के चलते मार्केट में कुछ दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है, जिसके कारण शराब की दुकानें भी बंद हैं. लखनऊ के कुछ ऐसे परिवार हैं, जो शराब की दुकानें बंद होने से बेहद खुश हैं.
लॉकडाउन के चलते शराब की दुकानें बंद होने से लखनऊ के कुछ ऐसे परिवार हैं, जो बेहद खुश हैं. ईटीवी भारत की टीम से इन लोगों के अपनी बात साझा की. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि पिछले एक महीने से शराब की दुकानें नहीं खुल रही हैं तो घर में खुशियां और शांति लौट आई हैं. लॉकडाउन से पहले परिवार के जो सदस्य शराब पीने में अपनी कमाई लुटा देते थे, अब शराब न पीने की वजह से अपनी कमाई अन्य कार्यों में लगा रहे हैं. इसी सोच से घर में होने वाली कलह पर पूरी तरह विराम लग गया है. स्थानीय निवासी चंदा ने ईटीवी को बताया कि इन दिनों कमाई नहीं हो रही है फिर भी घर में सब सुख-शांति है. वहीं एक अन्य स्थानीय महिला रानी बाला ने कहा कि शराब की दुकानों को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाए.
लॉकडाउन के चलते मार्केट बंद होने के कारण व्यापारी वर्ग के लोग नाखुश हैं. वहीं दूसरी ओर शराब कारोबारियों को भी लॉकडाउन के चलते करारा झटका लगा है. हालांकि यूपी सरकार लॉकडाउन खुलने के बाद शराब कारोबारियों को कुछ छूट देने पर विचार कर रही है. यूपी सरकार का 2020-2021 का बजट पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक का तैयार किया है. पिछले साल भी सरकार का बजट साढ़े चार लाख करोड़ रुपये था, जिसमें आबकारी विभाग के राजस्व का योगदान 17 हजार करोड़ था. इस बार नए वित्तीय वर्ष में सरकार शराब बिक्री से 3 हजार 300 करोड़ कमाने की तैयारी में है.
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