ETV Bharat / state

डिफेन्स एक्सपो: चीता हेलिकॉप्टर की जगह लेगा लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, ये है इसकी खासियत

राजधानी लखनऊ में चल रहे डिफेन्स एक्सपो में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा बनाया गया लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर रखा गया है. यह आर्मी और नेवी के लिए उपयोग में लाने के उद्देश्य से बनाया गया है

author img

By

Published : Feb 6, 2020, 5:09 PM IST

etv bharat
चीता हेलीकॉप्टर की जगह लेगा लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर.

लखनऊ: मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर बनाया है. यह हेलिकॉप्टर हिमालय से भी ऊपर 6.5 किमी. तक उड़ान भर सकता है. यह हेलिकॉप्टर सामान्य तौर पर 500 किलो का भार उठाकर उड़ सकता है. जब यह हिमालय से ऊपर उड़ान भर रहा होगा, उस समय सिर्फ एक व्यक्ति यानी 75 किलो का ही भार लेकर यह उड़ान भर सकेगा.

चीता हेलीकॉप्टर की जगह लेगा लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर.

जानिए क्या है इसकी खासियत

40 साल पुराने चीता हेलिकॉप्टरों की जगह लेने वाले लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर की खासियत है कि यह आर्मी और नेवी के लिए उपयोग में लाने के उद्देश्य से बनाया गया है. मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इसे बनाया है.

इस हेलिकॉप्टर की खासियत यह है कि अग्निशमन, वीआईपी मूवमेंट, एरियल फोटोग्राफी, जियोलॉजिकल सर्वे, लॉ एनफोर्समेंट फॉर पुलिस, इन एयर एंबुलेंस, ऑपरेशन मेडिकल उपकरणों के साथ 1000 किलोग्राम कार्गो तक ले जाने के लिए किया जा सकेगा.

हॉट वेदर टेस्ट के दौरान इसकी एचपी सफल टेस्टिंग 42 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान पर हो चुकी है. हालांकि यह तापमान बाहर होता है, जबकि हेलीकॉप्टर के अंदर का तापमान 55 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. इस तापमान में हिमालय से ऊपर विमान को 70 किलो वजन के साथ 20,000 फीट यानी 6 किलोमीटर ऊंचाई तक ले जाया जा सकता है.

इसकी स्पीड 235 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है. यह हेलीकॉप्टर 3150 किलोग्राम के भार का बनाया गया है. यह सेना के दिन व रात के ऑपरेशन के समय उपयोग में लाया जा सकता है.

हेलिकॉप्टर का डिफेंस एक्सपो में दिखाया गया लाइव डेमो

40 साल पुराने चीता हेलिकॉप्टरों की जगह लेने जा रहे लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर यानी एल यू एच को मिलिट्री सर्टिफिकेट भी मिल चुका है. जानकारी के अनुसार ऐसे 126 हेलिकॉप्टर इंडियन आर्मी के लिए बनाए जाएंगे. हवाई सेना को 160 हेलिकॉप्टर दिए जाने की तैयारी कर ली गई है. डिफेंस एक्सपो में लाइव डेमो के दौरान इसका डिस्प्ले भी दिखाया गया है.

लखनऊ: मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर बनाया है. यह हेलिकॉप्टर हिमालय से भी ऊपर 6.5 किमी. तक उड़ान भर सकता है. यह हेलिकॉप्टर सामान्य तौर पर 500 किलो का भार उठाकर उड़ सकता है. जब यह हिमालय से ऊपर उड़ान भर रहा होगा, उस समय सिर्फ एक व्यक्ति यानी 75 किलो का ही भार लेकर यह उड़ान भर सकेगा.

चीता हेलीकॉप्टर की जगह लेगा लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर.

जानिए क्या है इसकी खासियत

40 साल पुराने चीता हेलिकॉप्टरों की जगह लेने वाले लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर की खासियत है कि यह आर्मी और नेवी के लिए उपयोग में लाने के उद्देश्य से बनाया गया है. मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इसे बनाया है.

इस हेलिकॉप्टर की खासियत यह है कि अग्निशमन, वीआईपी मूवमेंट, एरियल फोटोग्राफी, जियोलॉजिकल सर्वे, लॉ एनफोर्समेंट फॉर पुलिस, इन एयर एंबुलेंस, ऑपरेशन मेडिकल उपकरणों के साथ 1000 किलोग्राम कार्गो तक ले जाने के लिए किया जा सकेगा.

हॉट वेदर टेस्ट के दौरान इसकी एचपी सफल टेस्टिंग 42 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान पर हो चुकी है. हालांकि यह तापमान बाहर होता है, जबकि हेलीकॉप्टर के अंदर का तापमान 55 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. इस तापमान में हिमालय से ऊपर विमान को 70 किलो वजन के साथ 20,000 फीट यानी 6 किलोमीटर ऊंचाई तक ले जाया जा सकता है.

इसकी स्पीड 235 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है. यह हेलीकॉप्टर 3150 किलोग्राम के भार का बनाया गया है. यह सेना के दिन व रात के ऑपरेशन के समय उपयोग में लाया जा सकता है.

हेलिकॉप्टर का डिफेंस एक्सपो में दिखाया गया लाइव डेमो

40 साल पुराने चीता हेलिकॉप्टरों की जगह लेने जा रहे लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर यानी एल यू एच को मिलिट्री सर्टिफिकेट भी मिल चुका है. जानकारी के अनुसार ऐसे 126 हेलिकॉप्टर इंडियन आर्मी के लिए बनाए जाएंगे. हवाई सेना को 160 हेलिकॉप्टर दिए जाने की तैयारी कर ली गई है. डिफेंस एक्सपो में लाइव डेमो के दौरान इसका डिस्प्ले भी दिखाया गया है.

Intro:लखनऊ। मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड एचएएल ने लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर बनाया है यह हेलीकॉप्टर हिमालय से भी ऊपर 6.5किमी तक उड़ान भर सकता है। यह हेलीकॉप्टर सामान्य तौर पर 500 किलो का भार उठाकर उठ सकता है वही जब यह हिमालय से ऊपर उड़ान भर रहा होगा उसमें सिर्फ एक व्यक्ति यानी 75 किलो का ही भार लेकर उड़ान भर सकेगा।




Body:वीओ
40 साल पुराने 40 साल पुराने चीता हेलीकॉप्टरों की जगह लेने वाले लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर की खासियत है कि आर्मी और नवी के लिए उपयोग में लाने को डे से बनाया गया है लेकिन लिए दुकान के ठाट से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बनाया है।
40 साल पुराने चीता हेलीकॉप्टरों की जगह लेने जा रहे हैं लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर यानी एल यू एच को मिलिट्री सर्टिफिकेट भी मिल चुका है जानकारी के अनुसार 126 हेलीकॉप्टर इंडियन आर्मी के लिए बनाए जाएंगे वही 160 हवाई सेना को यह हेलीकॉप्टर दिए जाने की तैयारी कर ली गई है डिफेंस एक्सपो में लाइव डेमो के दौरान इसका डिस्प्ले भी दिखाया गया है।
इस हेलीकॉप्टर की खासियत यह है कि अग्निशमन वीआईपी मूवमेंट एरियल फोटोग्राफी जियोलॉजिकल सर्वे सर्च वारिस को ऑपरेशन लॉ एनफोर्समेंट फॉर पुलिस इन एयर एंबुलेंस ऑपरेशन मेडिकल उपकरणों के साथ 1000 किलोग्राम कार्गो तक ले जाने के लिए किया जा सकेगा।
हॉट वेदर टेस्ट के दौरान एचपी सफल टेस्टिंग 42 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान पर हो चुकी है हालांकि यह तापमान बाहर होता है जबकि हेलीकॉप्टर के अंदर का तापमान 55 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है इस तापमान में हिमालय से ऊपर विमान को 70 किलो वजन के साथ 20000 फीट यानी 6 किलोमीटर ऊंचाई तक ले जाया जा सकता है।
इसकी स्पीड 235 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है यह हेलीकॉप्टर 3150 किलोग्राम के भार का बनाया गया है यह सेना के दिन व रात के ऑपरेशन के समय उपयोग में लाया जा सकता है।





Conclusion:बाईट, मोहम्मद फाजिल, वरिष्ठ अधिकारी एचएएल

यह हेलीकॉप्टर चीता को रिप्लेस कर रहा है इसका उपयोग वीआईपी मूवमेंट हुआ सेना के विंग ऑपरेशंस के दौरान किया जा सकेगा इसके साथ ही सिक्स पॉइंट 5 किलोमीटर ऊपर की उड़ान भर सकेगा।



फीड लाइव यू से भेजी गई है, helicopter story name se


धीरज त्रिपाठी, 9453099555

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.