लखनऊः शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान सिर्फ 65% वैक्सीनेशन हुआ. 35% लाभार्थी वैक्सीनेशन के लिए सेंटर पर नहीं पहुंचे. 27 जिलों में तो 60% से भी कम वैक्सीनेशन हुआ. ऐसे में स्वास्थ विभाग के सामने वह स्वास्थ्य कर्मचारी चिंता का सबब बने हुए हैं जो वैक्सीनेशन करवाने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन न कराने आने वालों को लेकर सभी जिलों के सीएमओ से जानकारी जुटाई गई है. महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डीएस नेगी ने बताया कि कम वैक्सीनेशन वाले जिलों के सीएमओ से स्वास्थ्य कर्मचारियों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है.
पूछा जाएगा कारण
महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डीएस नेगी ने बताया कि वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है. बीते दिनों तमाम उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों ने भी वैक्सीनेशन लगवाकर सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया है. वहीं, जो लोग वैक्सीनेशन के लिए नहीं आ रहे हैं उनसे वैक्सीनेशन न करवाने के पीछे का कारण पूछा जाएगा. बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टीका लगवाया है और सभी सुरक्षित हैं, जिससे स्पष्ट है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है.
प्रदेश में घटेंगे लेवल वन के अस्पताल
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. बीते 24 घंटे में 4 लोगों की मृत्यु हुई है. 323 कोरोनावायरस के नए मामले सामने आए हैं. 513 लोगों ने कोरोनावायरस को मात दी है. उत्तर प्रदेश में 7330 कोरोनावायरस एक्टिव मामले हैं. अब तक 8609 लोग ठीक हुए हैं. उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस रिकवरी रेट 97.3 4% है. उत्तर प्रदेश में कम हो रही संक्रमण की संख्या को लेकर शासन स्तर से स्वास्थ विभाग को यह निर्देश दिए गए हैं कि उत्तर प्रदेश में स्थापित किए गए level-1 के अस्पतालों की संख्या को कम किया जाए. इससे इन अस्पतालों का उपयोग अन्य मरीजों के लिए किया जा सकेगा.
कम वैक्सीनेशन को लेकर समीक्षा में जुटा स्वास्थ्य विभाग, सीएमओ को लिखा पत्र - लखनऊ की खबर
उत्तर प्रदेश में 22 जनवरी को 1500 से अधिक बूथों पर कोरोना वैक्सीनेशन किया गया. इस दौरान सिर्फ 65 प्रतिशत वैक्सीनेशन हुआ. उत्तर प्रदेश के 27 जिले हैं, जहां पर 60% से भी कम वैक्सीनेशन हुआ.
लखनऊः शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान सिर्फ 65% वैक्सीनेशन हुआ. 35% लाभार्थी वैक्सीनेशन के लिए सेंटर पर नहीं पहुंचे. 27 जिलों में तो 60% से भी कम वैक्सीनेशन हुआ. ऐसे में स्वास्थ विभाग के सामने वह स्वास्थ्य कर्मचारी चिंता का सबब बने हुए हैं जो वैक्सीनेशन करवाने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन न कराने आने वालों को लेकर सभी जिलों के सीएमओ से जानकारी जुटाई गई है. महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डीएस नेगी ने बताया कि कम वैक्सीनेशन वाले जिलों के सीएमओ से स्वास्थ्य कर्मचारियों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है.
पूछा जाएगा कारण
महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डीएस नेगी ने बताया कि वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है. बीते दिनों तमाम उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों ने भी वैक्सीनेशन लगवाकर सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया है. वहीं, जो लोग वैक्सीनेशन के लिए नहीं आ रहे हैं उनसे वैक्सीनेशन न करवाने के पीछे का कारण पूछा जाएगा. बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टीका लगवाया है और सभी सुरक्षित हैं, जिससे स्पष्ट है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है.
प्रदेश में घटेंगे लेवल वन के अस्पताल
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. बीते 24 घंटे में 4 लोगों की मृत्यु हुई है. 323 कोरोनावायरस के नए मामले सामने आए हैं. 513 लोगों ने कोरोनावायरस को मात दी है. उत्तर प्रदेश में 7330 कोरोनावायरस एक्टिव मामले हैं. अब तक 8609 लोग ठीक हुए हैं. उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस रिकवरी रेट 97.3 4% है. उत्तर प्रदेश में कम हो रही संक्रमण की संख्या को लेकर शासन स्तर से स्वास्थ विभाग को यह निर्देश दिए गए हैं कि उत्तर प्रदेश में स्थापित किए गए level-1 के अस्पतालों की संख्या को कम किया जाए. इससे इन अस्पतालों का उपयोग अन्य मरीजों के लिए किया जा सकेगा.