लखनऊ: नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Garden) लखनऊ में पिछले कई महीने से बीमार चल रहे वृद्ध नर तेंदुए अशोका की बुधवार को मौत (Leopard Ashoka died in Lucknow Zoo) हो गयी है. बीते 13 दिनों से अशोका को आईवी फ्लूड पर रखा गया था. लम्बे से चल रहे इलाज के बाद वृद्ध नर तेंदुए अशोका का निधन हो गया. अशोका तेंदुए को प्राणि उद्यान के वन्यजीव चिकित्सालय में ही रखा गया था. वन्यजीव चिकित्सकों के पैनल द्वारा तेंदुआ अशोका का पोस्टमार्टम किया गया. वर्तमान में प्राणि उद्यान में चार नर और सात मादा सहित कुल 11 तेंदुए हैं.
खाने के लिए दिये जा रहे मौसमी फल: निदेशक वीके मिश्रा ने बताया कि इस समय जानवरों की खानपान का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. खाने में इस समय जानवरों को ताजे और मौसमी फल दिए जा रहे हैं. ठंडी के समय में इन्हें अंडे भी दिए जाते हैं, ताकि शरीर में इनके गर्माहट रहे. इस समय अंडे खाने में देना बंद कर दिया गया है. इस समय मौसम गर्म है. इसलिए इस समय उन्हें ठंडी चीजें दी जा रही हैं, जो उनके पेट में ठंडक लाएं.
समय-समय से बदला जाता है पानी: वहीं लखनऊ चिड़िया घर के वन्य अस्पताल के डॉ. उत्कर्ष बताते हैं कि गर्मियों के मौसम में जानवरों का विशेष ध्यान इसलिए भी रखा जाता है. वह बोल नहीं सकते हैं. हम इंसानों को कोई दिक्कत समस्या होती है, तो फिर हम डॉक्टर से बता सकते हैं लेकिन जानवरों की तबीयत के बारें में हमें उन्हें देखकर पता लगाना होता है कि उनकी तबीयत कैसी है. सभी जानवरों के बाड़े में इस समय ताजा पानी भरा जाता है. दोपहर के समय सभी जानवर अपने बाड़े में होते हैं. शाम के समय जब मौसम थोड़ा ठंडा होता है तो उस समय वह अपने बाड़े से निकलकर बाहर टहलते हैं. उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखा जा रहा हैं, ताकि गर्मी में उन्हें कोई समस्या न हो.
लखनऊ चिड़ियाघर में तेंदुए अशोका की मौत, लंबे समय से चल रहा था इलाज - leopard ashoka died in lucknow zoo
बुधवार को लखनऊ चिड़ियाघर (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Garden) में तेंदुए अशोका की मौत (Leopard Ashoka died in Lucknow Zoo) हो गयी. वो लंबे समय से बीमार चल रहा था.
लखनऊ: नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (Nawab Wajid Ali Shah Zoological Garden) लखनऊ में पिछले कई महीने से बीमार चल रहे वृद्ध नर तेंदुए अशोका की बुधवार को मौत (Leopard Ashoka died in Lucknow Zoo) हो गयी है. बीते 13 दिनों से अशोका को आईवी फ्लूड पर रखा गया था. लम्बे से चल रहे इलाज के बाद वृद्ध नर तेंदुए अशोका का निधन हो गया. अशोका तेंदुए को प्राणि उद्यान के वन्यजीव चिकित्सालय में ही रखा गया था. वन्यजीव चिकित्सकों के पैनल द्वारा तेंदुआ अशोका का पोस्टमार्टम किया गया. वर्तमान में प्राणि उद्यान में चार नर और सात मादा सहित कुल 11 तेंदुए हैं.
खाने के लिए दिये जा रहे मौसमी फल: निदेशक वीके मिश्रा ने बताया कि इस समय जानवरों की खानपान का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. खाने में इस समय जानवरों को ताजे और मौसमी फल दिए जा रहे हैं. ठंडी के समय में इन्हें अंडे भी दिए जाते हैं, ताकि शरीर में इनके गर्माहट रहे. इस समय अंडे खाने में देना बंद कर दिया गया है. इस समय मौसम गर्म है. इसलिए इस समय उन्हें ठंडी चीजें दी जा रही हैं, जो उनके पेट में ठंडक लाएं.
समय-समय से बदला जाता है पानी: वहीं लखनऊ चिड़िया घर के वन्य अस्पताल के डॉ. उत्कर्ष बताते हैं कि गर्मियों के मौसम में जानवरों का विशेष ध्यान इसलिए भी रखा जाता है. वह बोल नहीं सकते हैं. हम इंसानों को कोई दिक्कत समस्या होती है, तो फिर हम डॉक्टर से बता सकते हैं लेकिन जानवरों की तबीयत के बारें में हमें उन्हें देखकर पता लगाना होता है कि उनकी तबीयत कैसी है. सभी जानवरों के बाड़े में इस समय ताजा पानी भरा जाता है. दोपहर के समय सभी जानवर अपने बाड़े में होते हैं. शाम के समय जब मौसम थोड़ा ठंडा होता है तो उस समय वह अपने बाड़े से निकलकर बाहर टहलते हैं. उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखा जा रहा हैं, ताकि गर्मी में उन्हें कोई समस्या न हो.