लखनऊ : चारबाग के अवैध होटलों को जल्द ही ढहा दिया जाएगा. पांच मंजिला बने इन अवैध निर्माण को तोड़ने में काफी समय लग रहा है. शुक्रवार को एलडीए के प्रवर्तन दस्ते ने बुलडोजर लगाकर तोड़ना शुरू कर दिया है. इससे पहले हथौड़े से इन्हें तोड़ा जा रहा था, जिसमें काफी समय लग रहा था.
सीएम को 20 जनवरी को दी जाएगी रिपोर्ट
नाका चारबाग के विराट और एसजेएस होटल को बनवाने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई हो सकती है. विशेष सचिव आवास रणविजय सिंह अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को 20 जनवरी को सौंपेंगे. इस मामले में 30 से अधिक अफसरों, अभियंताओें और कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर के एलडीए ने शासन को भेज दी है.
आवासीय मानचित्र पर बना होटल, अभियंताओं की रही मिलीभगत
आवासीय भूमि पर आवासीय नक्शा पास कराकर अवैध होटल बना लिया गया. प्राधिकरण के इंजीनियरों की मिलीभगत से किया गया यह कारनामा तब खुला, जब यहां भीषण आग लग गई. इस अग्निकांड में सात लोगों की मौत होने के बाद भी दोषी इंजीनियरों को बचाने का प्रयास किया गया. इतना ही नहीं, उस समय देख रहे इंजीनियरों ने होटल संचालकों पर भी रहमदिली दिखाई. अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश के बाद भी सिर्फ खानापूर्ति की गई. इससे होटल संचालक ने दोबारा काम शुरू करा दिया. मगर सीएम की नाराजगी के बाद एलडीए के भ्रष्ट इंजीनियरों की यह कलई भी खुल गई.
दोनों होटल को तोड़ने का काम जारी
अब दोनों होटलों को पूरी तरह ध्वस्त करने का अभियान चार दिनों से चल रहा है. एलडीए का प्रवर्तन दस्ता अभी तक मजदूरों की सहायता से सभी छतों को क्षतिग्रस्त कर चुका है. अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार से जेसीबी लगाकर तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है. एलडीए सचिव पवन गंगवार का कहना है कि रिहाइशी इलाका होने के कारण समय लग रहा है, लेकिन पूरी तरह से ध्वस्तीकरण के बाद ही अभियान बंद होगा.
रिपोर्ट में शामिल हैं अभियंताओं के नाम
इस मामले में नये सिरे से एलडीए की जिम्मेदारी तय करने के लिए विशेष सचिव आवास एवं शहरी नियोजन रणविजय सिंह को जिम्मेदारी दी गई है. वे अपनी रिपोर्ट हर हाल में 20 जनवरी तक दे देंगे. होटल निर्माण से लेकर अग्निकांड होने तक यानी 2010 से 2018 तक इस जोन में तैनात रहे 33 अभियंताओं की जिम्मेदारी तय की गई है. प्राधिकरण ने करीब एक सप्ताह में सूची तैयार की. इसमें 18 जेई, छह एई और नौ अधिशासी अभियंता शामिल हैं. इनमें से कई अभियंताओं का कार्यकाल एक से अधिक बार रहा है.