लखनऊः अवैध निर्माण एवं कब्जों के खिलाफ अभियान के अंतर्गत एलडीए के प्रवर्तन दस्ते ने अवैध शोरूम के खिलाफ कार्रवाई की है. शोरूम के मालिक की तरफ से एक अधिकारी के नाम पर प्रवर्तन दस्ते को धमकाया भी गया. दबाव को नजर अंदाज करते हुए शोएब खान का शोरूम फर्नीचर्ज डॉट कॉम सील कर दिया गया.
देर शाम खुला शो रूम
कार्रवाई के बाद कथित बिल्डर शोएब ने मुख्यमंत्री कार्यालय के एक ओएसडी का नाम लेकर इंजीनियरों को धमकाया और कुछ घंटों में सीलिंग की कार्रवाई रद्द कराने की धमकी भी दी. वहीं देरशाम बिल्डर ने शोरूम को खोल भी दिया जिसको लेकर तमाम तरह के सवाल भी उठते रहे. अभियंताओं ने एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश और सचिव को प्रकरण की पूरी जानकारी दे दी है, जिसके बाद अब आगे की कार्रवाई की जानी है.
बिल्डर ने अपनाए सारे हथकंडे
गुडंबा क्षेत्र में तीन अलग-अलग भूखंडों को मिलाकर करीब 30 हजार वर्ग फिट में बने इस शो-रूम का नक्शा एलडीए से स्वीकृत नहीं है. वर्ष 2014 में इस अवैध भवन को ध्वस्त करने का आदेश एलडीए विहित प्राधिकारी कोर्ट से हुआ था. बिल्डर शोएब खान ने कार्रवाई से जुड़ी सभी पत्रावली गायब करा दी. 2020 में लॉकडाउन से पहले यह मामला एक बार फिर उठा, तो विहित प्राधिकारी कोर्ट के एक पेशकार की मदद से शोएब ने ध्वस्तीकरण का आदेश कमिश्नर कोर्ट में चैलेंज कराकर अवैध निर्माण को सुरक्षित कर लिया. एलडीए अभियंताओं ने कानूनी विकल्प की तलाश की, तो पता चला कि इस भवन को सील किया जा सकता है.
पंचम तल के एक ओएसडी की देता है धौंस
बिल्डर शोएब खान अपने हर गैरकानूनी कार्य पंचम तल के एक ओएसडी की धौंस देकर कराता है. वह उसी ओएसडी से अफसरों को फोन कराकर दबाव भी बनवाता है. सपा कार्यकाल में प्रभावी रहे दो आईएएस के नाम का भी इस्तेमाल करता है. शासन के सख्त हो जाने के कारण इस बार सीलिंग की कार्रवाई रोकने से उसकी दाल नहीं गल पाई.
मौके पर भी बनवाया दबाव
शुक्रवार को जब गुडंबा पुलिस के साथ प्रवर्तन टीम शो-रूम सील करने पहुंची तो कई लोगों से सील न कराने के लिए दबाव बनवाया, लेकिन एलडीए अभियंताओं ने किसी की नहीं सुनी. कार्रवाई करने वाले अफसरों में सहायक अभियंता एसएन प्रसाद, अवर अभियंता ज्ञानेश्वर सिंह, अवर अभियंता अजय महिंद्रा, अवर अभियंता संजय शुक्ला सहित कई अवर अभियंता और सुपरवाइजर मौके पर पहुंचे हुए थे. सहायक अभियंता को मौके पर विरोध का भी सामना करना पड़ा, लेकिन वह सील करने को लेकर अडिग हो गए. पुलिस की ओर से चौकी इंचार्ज गणेश सिंह सहित अन्य पुलिस कर्मी मौजूद रहे. सील भवन को पुलिस अभिरक्षा में सौंप दिया गया है, लेकिन सील खुलने के बाद तमाम तरह के सवाल भी उठ रहे हैं.