लखनऊ : एलडीए ने गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-5 एवं 6 में बड़ी कार्रवाई की. इस दौरान लगभग 60 हजार वर्गफुट जमीन पर बुलडोजर चलाकर अवैध कब्जों को ध्वस्त किया गया. खाली कराई गई जमीन की कीमत लगभग 25 करोड़ रुपये है. इसके अलावा अरबों रुपए के अवैध निर्माण सील कर दिए गए.
अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने एक प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि 'गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-6 में शहीद पथ की सर्विस लेन से लगी हुई ग्राम-मलेशेमऊ की लगभग 50 हजार वर्गफुट जमीन पर विभिन्न लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा करके व्यवसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही थीं. इसी तरह सेक्टर-5 में लगभग 10 हजार वर्गफुट जमीन पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा करके अतिक्रमण किया हुआ था. तहसीलदार-अर्जन शशिभूषण पाठक के नेतृत्व में सहायक अभियंता आलोक कुमार व टीम द्वारा प्राधिकरण पुलिस व स्थानीय थाने के पुलिस बल के सहयोग से दोनों स्थानों पर अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करके कब्जा खाली कराया गया. तहसीलदार शशिभूषण पाठक ने बताया कि उक्त बेशकीमती जमीन पर अवैध कब्जेदारों द्वारा स्थायी व अस्थायी निर्माण कराकर ट्रैवेल्स, गो-डाउन, ट्रेडर्स व वेल्डिंग आदि का काम किया जा रहा था. कार्रवाई के दौरान सभी तरह के अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया. खाली करायी गयी जमीन की कीमत 25 करोड़ रुपये से अधिक है.'
एलडीए उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने शहर में अवैध निर्माण, प्लाटिंग के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही किये जाने के निर्देशों के क्रम में शनिवार को प्रवर्तन जोन-1 व प्रवर्तन जोन-5 की टीम ने पांच मंजिला अवैध अपार्टमेंट समेत 35 रो-हाउस भवनों को सील किया. प्रवर्तन जोन-5 की जोनल अधिकारी श्रद्धा चौधरी ने बताया कि 'सीतापुर रोड योजना के सेक्टर-एफ में भूखण्ड संख्या-ए-1/15 पर लगभग 540 वर्गमीटर क्षेत्रफल में पांच मंजिला अपार्टमेंट का निर्माण पूर्व में कराया गया था. वर्तमान में बिल्डर द्वारा बिल्डिंग में फिनिशिंग का कार्य कराया जा रहा था. इसके अतिरिक्त नहर रोड पर मिर्जापुर पुलिया के आगे नबीकोट नंदना में लगभग 5000 वर्ग फिट क्षेत्रफल के भूखंड पर 04 रो-हाउस भवनों एवं 05 दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था. इसी तरह नबीकोट नंदना स्थित पिंक सिटी में लगभग 4000 वर्गफिट क्षेत्रफल के भूखण्ड पर 05 रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया जा रहा था, वहीं नबीकोट नंदना में यादव चौराहा के पास लगभग 4000 वर्गफिट क्षेत्रफल में 04 रो-हाउस भवनों व 04 दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था.
प्रवर्तन जोन-1 की जोनल अधिकारी प्रिया सिंह ने 'बताया कि चिनहट की अशरफ विहार काॅलोनी में तीन रो-हाउस भवनों का निर्माण किया गया था. इसी तरह गोमती नगर विस्तार में हासेमऊ रोड पर ओम फिलिंग सेंटर के पीछे 400 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 05 रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया जा रहा था.' वहीं गोमती नगर विस्तार के जगपाल खेड़ा में अर्बन स्कूल के पीछे 1000 वर्गमीटर क्षेत्रफल के भूखंड पर 07 रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया जा रहा था. इसके अलावा गोमती नगर विस्तार में देशी शराब ठेके के पास रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया जा रहा था. वहीं गोमती नगर विस्तार के भैसोरा ग्राम में रो-हाउस भवनों का निर्माण कराया जा रहा था. इसके अतिरिक्त गोमती नगर के विजयखण्ड में भूखंड संख्या-2/9 पर लगभग 300 वर्गमीटर क्षेत्रफल में भूतल व प्रथम तल का निर्माण कराया जा रहा था. अवैध निर्माण के इन समस्त प्रकरणों में विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे, जिसके अनुपालन में सहायक अभियंता अवधेश कुमार सिंह के नेतृत्व में अवर अभियंता इम्तियाज अहमद व सुरेन्द्र द्विवेदी द्वारा प्राधिकरण पुलिस व स्थानीय थाने के पुलिस के सहयोग से सभी अवैध निर्माणों को सील कर दिया गया.
मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के नूरपुर बेहटा गांव में एक निजी कम्पनी द्वारा करोड़ों कीमत की ढाई बीघा सरकारी बंजर भूमि पर कब्जा कर बाउंड्री वाल कराकर प्लाटिंग करने का मामला सामने आया है. जांच में अवैध कब्जा कराने में हल्का लेखपाल की सलिंप्ता सामने आयी तो एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने हल्का लेखपाल पर विभागीय कार्यवाही के लिये जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजे जाने की बात कही है. एसडीएम हनुमान प्रसाद के निर्देश पर शनिवार को मौके पर पहुंची राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीमों ने जेसीबी मशीन से बाउंड्री वाल ढहाकर सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया. लेखपाल प्रेम कुमार ने सरकारी जमीन कब्जा करने वाले कम्पनी के मालिक राजेन्द्र निषाद पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही के सुशान्त गोल्फ सिटी पुलिस को लिखित तहरीर दी है, जिसके बाद पुलिस ने लोक सम्पत्ति क्षति निवारण अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने बताया कि 'नूरपुर बेहटा गांव में बंजर दर्ज सरकारी जमीन पर कब्जा कर निजी प्लाटिंग कम्पनी द्वारा बाउंड्रीवाल कराने के मामले में लेखपाल की सलिप्ता सामने आयी है. विभागीय कार्यवाही के लिये जिलाधिकारी को पत्र भेजा जायेगा.'
यह भी पढ़ें : देश में मथुरा रहा सबसे गर्म, तो आगरा में भी बरसी आग