लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण के जिन अपार्टमेंट का रखरखाव अब आरडब्ल्यूए को हैंड ओवर हो गया है, वहां भी जरूरी मेंटेनेंस के खर्चे के लिए आवंटी एलडीए पर ही निर्भर हो गए हैं. ऐसे में रखरखाव के काम भी नहीं हो पाते हैं. इसकी वजह से लिफ्ट बंद होने से लेकर कई परेशानियां सामने आ रही हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि लखनऊ विकास प्राधिकरण इन अपार्टमेंट का कॉर्पस फंड ही रिलीज नहीं कर पा रहा है. एलडीए के बनाए अपार्टमेंट के आवंटियों का करीब 100 करोड़ रुपये से अधिक पैसा अभी तक फंसा हुआ है. अब देखने वाली बात यह होगी कि यह पैसा विभाग कब तक रिलीज करता है.
वहीं गोमती नगर विस्तार महासमिति कई बार इसको लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण के सामने मांग रखी चुकी है कि पूर्व वाइस चांसलर प्रभु एन सिंह के कार्यकाल में कॉर्पस फंड रिलीज करने के लिए सहमति बनी, लेकिन इसके बाद भी धेनुमती अपार्टमेंट के अलावा किसी को कॉर्पस फंड नहीं मिल सका. गंगा, यमुना, सरस्वती अपार्टमेंट से लेकर ग्रीनवुड कल्पतरू अपार्टमेंट के आर डब्ल्यू इसको लेकर एलडीए में लगातार शिकायत भी दर्ज करा रहे हैं. गंगा अपार्टमेंट की आर डब्ल्यू की कार्यकारी अध्यक्ष श्वेता त्रिपाठी का कहना है कि बिल्डिंग में करीब 8 साल से लोग रह रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी शिवाकांत द्विवेदी का कहना है कि कॉर्पस फंड जल्द ही रिलीज हो जाएगा. खुद आवंटी ने पिछले दिनों यह मांग की थी कि खर्च को लेकर एक नियमावली बन जाए. यह नियमावली हम तैयार करा रहे हैं, वित्त नियंत्रक को यह जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने कहा कि किसको कितना कॉर्पस फंड दिया जाना है, इसको लेकर भी आकलन किया जा रहा है. आवंटियों के हितों के लिए फैसला जल्दी होगा, एलडीए इसके लिए प्रतिबद्ध है.