लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री बृजेश पाठक बुधवार सुबह लखनऊ कलेक्ट्रेट में लखनऊ कैंट सीट से अपना नामांकन करने पहुंचे. उनके समर्थन में सैकड़ों की संख्या में वकील, छात्र नेता मौके पर मौजूद रहे. सुबह करीब 11.40 बजे के आसपास उन्होंने अपना पर्चा भरा. बृजेश पाठक को लोकप्रिय नेता माना जाता है. वह लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति की देन है. पार्टी चाहे भाजपा रही हो या बहुजन समाज पार्टी दोनों में ही बृजेश पाठक को स्थानीय लोगों का काफी समर्थन मिलता रहा है.
ऐसा है राजनीतिक करियर
- लखनऊ विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की. वह शुरू से ही छात्र राजनीति में सक्रिय रहे.
- 2004 में, पाठक को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के लिए काम करने के लिए कहा गया और वह संसद सदस्य बने. अगले कुछ वर्षों में उन्हें पूरे उत्तर प्रदेश में पार्टी की गतिविधियों को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई.
- उत्तर प्रदेश की 17 वीं विधान सभा (2017) के चुनावों में, वह उत्तर प्रदेश में लखनऊ जिले के लखनऊ सेंट्रल से विधान सभा (एमएलए) के सदस्य चुने गए.
- उन्होंने कानून और न्याय, अतिरिक्त ऊर्जा संसाधन और राजनीतिक पेंशन के कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया.
- 2019 मे योगी आदित्यनाथ के पहले कैबिनेट विस्तार के बाद, उनका मंत्रालय विभाग विधायी, न्याय, ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवा मंत्री के रूप में बदल गया.
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(बृजेश पाठक का हलफनामा) | (2017) |
आयु | 50 साल |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक |
मुकदमा | 3 |
चल संपत्ति | 17,000,000 |
अचल संपत्ति | ₹ 6,530,000 |
व्यवसाय | प्रोफेशनल वकील |