लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि स्नातक में दाखिले के लिए अभ्यर्थियों को कंफर्मेशन फीस सोमवार तक ही जमा करना होगा. उन्होंने बताया कि इसके बाद अभ्यर्थी फीस नहीं जमा कर सकेंगे. लखनऊ विश्वविद्यालय की केंद्रीयकृत काउंसलिंग में अब तक सीट न पाने वाले अभ्यर्थियों के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया चल रही है.
दूसरे चरण में सीट आवंटन शुक्रवार देर रात जारी कर दिया गया था. सीट पाने वाले अभ्यर्थियों को सोमवार तक सीट कंफर्मेशन फीस जमा करनी होगी. लखनऊ विश्वविद्यालय की केंद्रीयकृत काउंसलिंग प्रक्रिया में इस साल पहली बार 66 कॉलेज शामिल हो रहे हैं. ज्यादातर कॉलेज स्ववित्तपोषित प्रणाली के हैं. दूसरे चरण में सिर्फ कॉलेज की ही सीट खाली है, इसलिए अगले चरण की काउंसिलिंग पर बाद में विचार किया जाएगा.
कॉलेजों के लिए बड़ा मुद्दा साबित हो रही काउंसलिंग फीस
लखनऊ विश्वविद्यालय में इस साल शुरू हुई केंद्रीयकृत काउंसलिंग में कॉलेज से प्रतिवर्ष 50 हजार रुपये की फीस ली गई है. अनुदानित कॉलेजों के लिए यह बड़ी समस्या है. फंड के अभाव में 50 हजार काउंसलिंग फीस देना उनके लिए संभव नहीं है. दूसरी बात यह भी है कि जो यह कोर्स काउंसलिंग में शामिल हुए हैं, वे सभी सेल्फ फाइनेंस प्रणाली के हैं. सेल्फ फाइनेंस कोर्स की फीस ज्यादा होती है. ऐसे में उनके लिए 50 हजार रुपये फीस दी जा सकती है.
रेगुलर कोर्स की फीस काफी कम है. इसके लिए इतनी ज्यादा काउंसलिंग में फीस देना कहीं से व्यवहारिक नहीं है. अनुदानित कॉलेज की केंद्रीयकृत काउंसलिंग में शामिल न होने के पीछे एक दूसरी बड़ी वजह यह भी है कि वे आवेदन फार्म की बिक्री से फंड जमा करते हैं. केंद्रीयकृत काउंसलिंग होने पर उनका यह स्रोत भी बंद हो जाएगा, इसलिए संभव है कि केंद्रीयकृत काउंसलिंग के लिए अनुदानित कॉलेजों की ओर से कुछ आपत्ति भी हो.