लखनऊ: भू माफिया दिलीप सिंह बाफिला (land mafia Dilip Singh Bafila) ने एलडीए की जनता अदालत (LDA Janta Adalat) में पहुंचकर अपनी हिमालयन सोसाइटी के लिए अतिरिक्त जमीन की मांग की. इसको उपाध्यक्ष ने सिरे से नकार दिया और सख्त लहजे में उसको अदालत से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसके अलावा उपाध्यक्ष ने दिलीप सिंह बाफिला को एसडीएम में उनसे मिलने पर भी रोक लगा दी है. दिलीप सिंह बाफिला को पुलिस की ओर से जिला स्तरीय भू माफिया घोषित किया जा चुका है. वह पिछले साल अक्टूबर में 6 माह के लिए जिला बदर भी किया गया था. सैकड़ों बीघा जमीन पर अवैध कब्जे करने का आरोप उस पर है. इसके अतिरिक्त अनेक मुकदमे जमीन हड़पने और अवैध कब्जे के मामले उसके खिलाफ दर्ज किए जा चुके हैं.
पिछले वर्ष अक्टूबर में भू माफिया दिलीप सिंह बाफिला समेत सात अपराधियों को लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने जिला बदर कर दिया था. इन सभी अपराधियों को छह माह के लिए लखनऊ कमिश्नरेट की सीमा में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था. दिलीप सिंह बाफिला के खिलाफ गोमतीनगर, चिहनट, गोमतीनगर विस्तार में करीब 10 मुकदमें दर्ज हैं जबकि 12 से अधिक आपराधिक मुकदमें हैं. बाफिला के खिलाफ गोमतीनगर में जमीन पर कब्जा करने, फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन हड़पने समेत कई मुकदमे दर्ज हैं. बाफिला के खिलाफ मार्च 2021 में भू माफिया की कार्रवाई हुई थी. उसे जिला स्तरीय भूमाफिया घोषित किया गया था.
दिलीप सिंह बाफिला गुरुवार को एलडीए की जनता अदालत में पहुंचा और यहां उपाध्यक्ष डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी से बहस करने का प्रयास करने लगा. बाफिला पूर्व उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह के उस आदेश का खंडन कर रहा था जिसमें उन्होंने बाफिला की हिमालयन सोसाइटी को अतिरिक्त भूमि देने से साफ इनकार कर दिया था. डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने सख्त लहजे में बाफिला को कहा कि किसी भी हाल में पूर्व वीसी के आदेश के अलावा उसको 1 इंच भी भूमि नहीं दी जाएगी. बाफिला ने बहस करने का प्रयास किया तो उसको सख्त लहजे में कार्यक्रम दिवस से बाहर कर दिया गया.
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