लखनऊ: यूपी के दो शहरों में मंगलवार को विजिलेंस विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. मुरादाबाद जिले में विजिलेंस की बरेली यूनिट ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है. श्रम अधिकारी सुभाष भारती एक केस की जांच के मामले में पचास हजार की घूस मांग रहे थे, जिन्हे रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. वहीं बलिया में विजिलेंस की वाराणसी यूनिट ने एक मजदूर की बकाया मजदूरी भुगतान करने के लिए लेखाकार रिश्वत ले रहा था, जिसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया.
पेट्रोल पंप मालिक से मांगी 50 हजार रिश्वत: विजिलेंस विभाग के मुताबिक, मुरादाबाद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर स्थित रिलायंस वीपी मोबिलिटी लिमिटेड पेट्रोल पंप का श्रम अधिकारी सुभाष भारती ने शिकायत मिलने पर निरीक्षण किया था. सुभाष भारती को इस दौरान कई खामियां मिली थी, जिस पर उन्होंने रिपोर्ट बनाकर आपत्तियां लगा दी थी. पेट्रोल पंप मालिक ने विजिलेंस बरेली यूनिट से शिकायत की थी कि श्रम अधिकारी आपत्तियों के निस्तारण के लिए 50 हजार को रिश्वत मांग रहा था. विजिलेंस टीम ने मंगलवार को जाल बिछाया और श्रम अधिकारी सुभाष भारती को घूस लिए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
बलिया में लेखाकार ने मजदूर से मांगी घूस: वहीं, विजलेंस की वाराणसी यूनिट ने बलिया जिले में एक लेखाकार को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. विभाग के मुताबिक, जिले के बेलहरी विकास खंड के ग्राम पंचायत बघऊंच में स्थित गो आश्रय स्थल पर काम कर रहे मजदूर नीरज साह की कुछ महीने की मजदूरी बकाया थी. जिसे रिलीज करने के लिए ब्लॉक के लेखाकार बृजेश गुप्ता रिश्वत मांग रहे थे. मजदूर नीरज ने इसकी शिकायत विजलेंस की वाराणसी इकाई से की थी. मंगलवार को वाराणसी से बलिया पहुंची विजलेंस टीम ने ब्लॉक मुख्यालय में लेखाकार बृजेश गुप्ता को 10 हजार रुपए लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
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