लखनऊ: सीएसआईआर केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान में बड़े स्तर पर आज किसान मेले का आयोजन किया जाएगा. यह आयोजन हर साल होता है. इस आयोजन में प्रदेश ही नहीं, देश के हजारों किसान प्रतिभाग करते हैं. किसान यहां अपने-अपने क्षेत्र की फसलों से जुड़ी कुछ न कुछ जानकारियां लेकर आते हैं. इस सिलसिले में लखनऊ में शुक्रवार को सीमैप की ओर से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया.
7000 किसान करेंगे प्रतिभाग
किसान मेले की जानकारी देते हुए सीएसआईआर केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर अब्दुल समद ने बताया कि किसान मेले में लगभग 7000 किसान प्रतिभाग करेंगे. लगभग 23 प्रदेशों के अलग-अलग क्षेत्रों से किसान आएंगे, जो औषधि और सुगंध पौधों की खेती से संबंधित तमाम जानकारियां हासिल करेंगे. इस किसान मेले में हम अपने उत्पाद रिलीज करेंगे, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करेंगे और मेंथा की एक नई प्रजाति के बारे में भी लोगों को बताएंगे.
25 उद्योगों के प्रतिनिधि भाग लेंगे
उन्होंने बताया कि इस साल सीमा द्वारा बनाए गए सिम केश हेयर ऑयल, सिम-मृदा शक्ति और सोरियासिम क्रीम नामक तीन उत्पादों को रिलीज किया जाएगा. इस बार मेले में 25 उद्योगों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे, जो तमाम विषयों पर चर्चा करेंगे.
मेंथा की नई वैरायटी के बारे में प्रोफेसर ने बताया कि यह वेराइटी सीमैप द्वारा इसी वर्ष विकसित की गई है. इस वैरायटी का नाम 'सिम-उन्नति' रखा गया है, क्योंकि इस प्रजाति में 75% मेंथॉल और 1% से अधिक सुगंधित तेल देने वाले गुण शामिल हैं. जो अब तक किसी भी प्रजाति में नहीं पाए गए हैं.
डॉ. समद ने बताया कि किसान मेले के आयोजन के दौरान लगभग 500 क्विंटल अधिक उपज देने वाली सिम-कोशी मेंथा वैरायटी की जड़े भी प्लांट मैटेरियल के रूप में अरोमा मिशन के तहत किसानों को उपलब्ध कराई जाएंगी. वे अरोमा मिशन के तहत अधिक लाभान्वित हो सकेंगे.