लखनऊ: ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में गुरुवार को एलएलबी की परीक्षा के दौरान 62 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक को प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने नकल करते हुए पकड़ लिया था. विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार एलएलबी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा में उन्हें लगातार दो दिन नकल करते हुए पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि वरिष्ठ नागरिक रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी हैं लेकिन इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है. परीक्षा नियंत्रक भावना मिश्रा ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक को नकल करते हुए पकड़े जाने पर उनकी कॉपी को सील कर दिया है. इसके साथ ही आगे की कार्रवाई की जा रही है.
लखनऊ के ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में एलएलबी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा हो रही है. जानकारी के अनुसार इस परीक्षा में राजेश कुमार (62) भी शामिल हुए हैं. बुधवार को लॉ आफ टार्ट की परीक्षा में उनके पास प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने नकल सामाग्री बरामद की थी, जिसके बाद उनकी कॉपी को सील कर दिया गया था. इसके साथ ही गुरुवार को भी उनके पास प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने नकल सामाग्री बरामद की. इसके बाद दोबारा उनकी कॉपी को सील कर दिया गया. पूर्व अवसर पर दोनों दिन अनुचित साधन यूएफएम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. साथ ही उनकी कॉपी को सील करते हुए कार्रवाई के लिए यूएफएम समिति को भेज दिया गया. जानकारी के अनुसार दोनों ही दिन प्रॉक्टीरियल बोर्ड के सदस्यों के साथ उन्होंने जमकर बहस भी की. यह भी चर्चा में है कि राजेश कुमार रिटायर्ड आईपीएस अफसर हैं लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनबी सिंह ने बताया कि एक छात्र को 2 दिन नकल करते हुए पकड़े जाने की जानकारी प्राप्त हुई है, लेकिन वह पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं कि नहीं उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है. वहीं, परीक्षा नियंत्रक भावना मिश्रा ने बताया कि 13 दिसंबर को वरिष्ठ नागरिक राजेश कुमार (62) को पकड़ा गया था. उनकी कॉपी को सील कर दिया गया था. इसके बाद 14 दिसंबर को भी उन्हें परीक्षा के दौरान नकल करते हुए पकड़ा गया है. उनकी कॉपी को सील कर दिया गया है. साथ ही यूएफएम समिति के समक्ष उनकी जब्त दस्तावेज रखे गए हैं, अब इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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