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लखनऊः केजीएमयू पेपर लीक मामले में की जा रही खानापूर्ति, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में केजीएमयू के दंत संकाय में बीते दिनों सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक का प्रकरण सामने आया था. लेकिन इस पूरे प्रकरण में अभी तक के केजीएमयू प्रशासन द्वारा सिर्फ खानापूर्ति हो रही है.

केजीएमयू पेपर लीक मामले में की जा रही खानापूर्ति.
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Published : Jul 29, 2019, 12:36 PM IST

लखनऊः केजीएमयू दंत संकाय में सीनियर रेजीडेंट परीक्षा के पेपर आउट होने के मामले में केजीएमयू में प्रशासन ने अभी तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है. जबकि पेपर लीक के पुख्ता सबूत पेश किए जा चुके हैं. दूसरी तरफ दंत संकाय के अन्य विभागों के रेजीडेंट का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है. ऐसे विवाद के बाद परीक्षा परिणाम घोषित किया जाना कितना सही है. इस पर सवाल उठ रहे हैं.

केजीएमयू पेपर लीक मामले में की जा रही खानापूर्ति.


क्या है पूरा मामला

  • केजीएमयू के दंत संकाय मे सीनियर रेजीडेंट की परीक्षा हुई थी. परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक का प्रकरण सामने आया था.
  • इसके बाद परीक्षा को रद्द किया गया और जांच कमेटी गठित करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही गई.
  • लेकिन अभी तक इस जांच कमेटी ने किसी भी तरह का कोई निर्णय नहीं ले पाई है.
  • केजीएमयू प्रशासन द्वारा इस पूरे लीक प्रकरण पर अभी तक एफआईआर भी नहीं दर्ज कराया गया.
  • जिससे एक बार फिर केजीएमयू प्रशासन के रवैए पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.

पूरे मामले पर कमेटी गठित है वह अपना काम कर रही है. जल्द ही कमेटी के निर्णय के अनुसार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. आरएएस कुशवाहा,चीफ प्रॉक्टर

लखनऊः केजीएमयू दंत संकाय में सीनियर रेजीडेंट परीक्षा के पेपर आउट होने के मामले में केजीएमयू में प्रशासन ने अभी तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है. जबकि पेपर लीक के पुख्ता सबूत पेश किए जा चुके हैं. दूसरी तरफ दंत संकाय के अन्य विभागों के रेजीडेंट का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है. ऐसे विवाद के बाद परीक्षा परिणाम घोषित किया जाना कितना सही है. इस पर सवाल उठ रहे हैं.

केजीएमयू पेपर लीक मामले में की जा रही खानापूर्ति.


क्या है पूरा मामला

  • केजीएमयू के दंत संकाय मे सीनियर रेजीडेंट की परीक्षा हुई थी. परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक का प्रकरण सामने आया था.
  • इसके बाद परीक्षा को रद्द किया गया और जांच कमेटी गठित करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही गई.
  • लेकिन अभी तक इस जांच कमेटी ने किसी भी तरह का कोई निर्णय नहीं ले पाई है.
  • केजीएमयू प्रशासन द्वारा इस पूरे लीक प्रकरण पर अभी तक एफआईआर भी नहीं दर्ज कराया गया.
  • जिससे एक बार फिर केजीएमयू प्रशासन के रवैए पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.

पूरे मामले पर कमेटी गठित है वह अपना काम कर रही है. जल्द ही कमेटी के निर्णय के अनुसार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. आरएएस कुशवाहा,चीफ प्रॉक्टर

Intro:
केजीएमयू में बीते दिनों दंत संकाय में सीनियर रेसिडेंट डॉक्टर परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक का प्रकरण सामने आया था। इसके बाद परीक्षा को रद्द किया गया और जांच कमेटी गठित करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही गई। लेकिन इस पूरे प्रकरण में अभी तक के केजीएमयू प्रशासन द्वारा सिर्फ खानापूर्ति हो रही है ।




Body:केजीएमयू दंत संकाय में सीनियर रिजल्ट परीक्षा के संबंधित पेपर आउट होने के मामले में केजीएमयू में प्रशासन ने अभी तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। जबकि पर्चा आउट होने की बात उजागर हो चुकी है। दूसरी तरफ दंत संकाय के अन्य विभागों के एजेंट का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है। ऐसे में विवाद के बाद परीक्षा परिणाम घोषित किया जाना कितना सही है। इस पर सवाल उठ रहे है। केजीएमयू के दंत संकाय मे सीनियर रेसिडेंट की परीक्षा हुई थी।इस बीच विभाग अध्यक्ष ने पूरे मामले में केजीएमयू के कुलपति को पूरे मामले से अवगत कराया है। उन्होंने राज्यपाल को भी एक पत्र भेजा है। इस पत्र के जरिए पेपर आउट होने की कहानी उजागर हुई है। हालांकि इस बीच केजीएमयू द्वारा भी इस पूरे मामले पर जांच कमेटी गठित कर दी गई है। लेकिन अभी तक इस जांच कमेटी ने किसी भी तरह का कोई निर्णय नहीं ले पाई। कमेटी ने बैठकों का दौर भी शुरू हुआ है। लेकिन अभी तक कोई शिकायत एफआईआर केजीएमयू में प्रशासन द्वारा इस पूरे लीक प्रकरण पर नहीं की गई है। जिससे एक बार फिर केजीएमयू प्रशासन के रवैए पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर सभी मजबूत साक्ष्य होते हुए भी क्यों केजीएमयू प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले पर कोई शिकायत क्यों नहीं की जा रही है। वहीं जब इस पूरे मामले पर हमने केजीएमयू चीफ प्रॉक्टर डॉ आर ए एस कुशवाहा से बातचीत करी तो उन्होंने कहा है कि पूरे मामले पर कमेटी गठित है वह अपना काम कर रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

केजीएमयू प्रशासन का रवैया भी सवालों के घेरे में

पिछले दिनों हुए पेपर लीक प्रकरण में केजीएमयू प्रशासन का रवैया भी सवालों के घेरे में आ गया है। दरअसल सीनियर एजेंट का मानदेय 70 से 80000 के बीच में मोटी रकम कि यह नौकरी डॉक्टर अपने रिश्तेदारों को बांटने के चक्कर में थे। वही एक डॉक्टर द्वारा पेपर लिक का भंडाफोड़ करने के बाद सभी सकते में भी आ गए। खुलासा करने वाले डॉक्टर ने एफ आई आर कराने के लिए कुलपति को पत्र लिखा। मगर जांच कमेटी का हवाला देकर अभी मामले पर एफ आई आर दर्ज नहीं की गई है। जबकि पेपर लीक के पुख्ता सबूत विभाग अध्यक्ष द्वारा कुलपति डॉक्टर को दिए गए हैं। लेकिन उसके बावजूद भी कमेटी अभी तक इस निर्णय पर नहीं पहुंच पाई है। जिससे एक बार फिर से केजीएमयू प्रशासन का यह रवैया तमाम सवालों के घेरों में आ गया है।

बाइट- डॉ आर ए एस कुशवाहा, चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू






Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054605976
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