लखनऊ : केजीएमयू में संविदा व आउंटसोर्सिंग कर्मचारियों को आदेश के बावजूद अभी तक वेतन-बोनस नहीं मिल पाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि एजेंसियां मनमानी पर उतारु हैं. मनमानी का खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है. केजीएमयू में 10 एजेंसियों के माध्यम से करीब 6 हजार कर्मचारी आउटसोर्सिंग पर तैनात हैं. इसमें लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, सफाई कर्मचारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर, सुरक्षा गार्ड आदि शामिल हैं. कुलपति डॉ विपिन पुरी व कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी के आदेश के बावजूद आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है.
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केजीएमयू कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी ने सभी एजेंसियों को आदेश जारी किया. इसमें 5 मार्च तक फरवरी का वेतन भुगतान करने के निर्देश दिए है. साथ ही बोनस भी मासिक अंशदान के साथ देने को कहा है. मियाद पूरी होने के 3 दिन बीत चुके हैं. अभी तक वेतन व बोनस का अता-पता नहीं है. जबकि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को होली से पहले फरवरी का वेतन दिलाने का फैसला किया गया है.
केजीएमयू के अधिकारी मनमानी कर रही एजेंसियों पर शिकंजा कस पाने में नाकाम साबित हो रही हैं. तय तारीख बीतने के बाद वेतन न मिलने संबंधी शिकायत कर्मचारियों ने कई अधिकारियों से की है. अभी तक अधिकारियों ने एजेंसियों से जवाब-तलब नहीं किया है. सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार का कहना है कि जल्द ही कर्मचारियों को वेतन व बोनस दिलाया जाएगा.
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