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योगी के कायल हुए बिहारी बाबू; महाकुंभ में स्नान कर बोले- ऐसी व्यवस्था पहले कभी नहीं देखी - MAHA KUMBH MELA 2025

यूपी के अलग-अलग जिलों समेत अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने भी व्यवस्था को सराहा. महिलाओं के स्नान के लिए की गई खास व्यवस्था.

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महाकुंभ में स्नान के लिए अलग-अलग राज्यों से पहुंच रही श्रद्धालुओं की भीड़. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 15, 2025, 12:14 PM IST

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में हर दिन श्रद्धालुओं के आने का रिकॉर्ड टूट रहा है. पहले शाही स्नान और मकर संक्रांति पर्व पर जहां 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया, वहीं कुंभ के पहले दिन यानी 13 जनवरी को 1.68 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई थी. आज तीसरे दिन भी सुबह से स्नान के लिए श्रद्धालुओं का आना जारी है.

यूपी के अलग-अलग जिलों और अन्य राज्यों से आए लोगों ने महाकुंभ की व्यवस्था को उत्तम बताया है. सभी सीएम योगी आदित्यनाथ और मेला प्रशासन की जमकर तारीफ कर रहे हैं. महिलाएं मेला प्रशासन की व्यवस्था से काफी खुश नजर आईं.

महाकुंभ आए लोगों ने व्यवस्था को सराहा. (Video Credit; ANI)

अलीगढ़ से आया 15 महिलाओं के दल का कहना था कि व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं. खासकर महिलाओं के स्नान के लिए बेहतर व्यवस्था की गई हैं. किसी भी महिला को कोई दिक्कत नहीं हो रही है. ठंड तो बहुत है लेकिन, यहां के आध्यात्मिक और धर्मिक वातावरण में सर्दी महसूस नहीं हो रही.

बिहार राज्य से आए सुरेंद्र सिंह तो सीएम योगी आदित्यनाथ के कायल दिखे. उनका कहना है पानी ठंडा जरूर है लेकिन, स्नान में आनंद बहुत आया. पानी तो इतना ठंडा है कि डुबकी लगाते ही एक मिनट में बाहर आ गए थे. लेकिन, ठंड के चलते लोगों की अस्था में कोई कमी नहीं आ रही है, यही कारण है कि शाही स्नान के बाद भी यहां पर भीड़ देखने को मिल रही है.

बता दें कि महाकुंभ 2025 का पहला शाही स्नान मकर संक्रांति पर्व के दिन 14 जनवरी को हो गया. इस दिन 3.5 करोड़ लोगों ने अमृत स्नान किया. अब इसके बाद दूसरा शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पौष पूर्णिमा के दिन होगा. मौनी अमावस्या को सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है.

इसके बाद तीसरा और अंतिम शाही स्नान 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन होगा. इस स्नान के बाद अखाड़े महाकुंभ परिसर से वापस जाने लगेंगे. उनके कैंप उखड़ने लगेंगे. हालांकि, तीसरे और अंतिम शाही स्नान के बाद 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान पर्व होगा, जिसमें कल्पवासी अमृत स्नान करके पुण्य लाभ कमाएंगे.

इस स्नान के साथ ही उनका एक महीने का कल्पवास पूर्ण हो जाएगा और वे अपने घर के लिए प्रस्थान करेंगे. फिर 26 फरवरी महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ का अंतिम स्नान होगा. इस स्नान के साथ ही महाकुंभ 2025 का समापन हो जाएगा.

ये भी पढ़ेंः महाकुंभ 2025 में कब क्या? जानिए पूरा शेड्यूल, कब-कब शाही स्नान, किस दिन होगा सबसे बड़ा स्नान पर्व

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में हर दिन श्रद्धालुओं के आने का रिकॉर्ड टूट रहा है. पहले शाही स्नान और मकर संक्रांति पर्व पर जहां 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया, वहीं कुंभ के पहले दिन यानी 13 जनवरी को 1.68 करोड़ लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई थी. आज तीसरे दिन भी सुबह से स्नान के लिए श्रद्धालुओं का आना जारी है.

यूपी के अलग-अलग जिलों और अन्य राज्यों से आए लोगों ने महाकुंभ की व्यवस्था को उत्तम बताया है. सभी सीएम योगी आदित्यनाथ और मेला प्रशासन की जमकर तारीफ कर रहे हैं. महिलाएं मेला प्रशासन की व्यवस्था से काफी खुश नजर आईं.

महाकुंभ आए लोगों ने व्यवस्था को सराहा. (Video Credit; ANI)

अलीगढ़ से आया 15 महिलाओं के दल का कहना था कि व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं. खासकर महिलाओं के स्नान के लिए बेहतर व्यवस्था की गई हैं. किसी भी महिला को कोई दिक्कत नहीं हो रही है. ठंड तो बहुत है लेकिन, यहां के आध्यात्मिक और धर्मिक वातावरण में सर्दी महसूस नहीं हो रही.

बिहार राज्य से आए सुरेंद्र सिंह तो सीएम योगी आदित्यनाथ के कायल दिखे. उनका कहना है पानी ठंडा जरूर है लेकिन, स्नान में आनंद बहुत आया. पानी तो इतना ठंडा है कि डुबकी लगाते ही एक मिनट में बाहर आ गए थे. लेकिन, ठंड के चलते लोगों की अस्था में कोई कमी नहीं आ रही है, यही कारण है कि शाही स्नान के बाद भी यहां पर भीड़ देखने को मिल रही है.

बता दें कि महाकुंभ 2025 का पहला शाही स्नान मकर संक्रांति पर्व के दिन 14 जनवरी को हो गया. इस दिन 3.5 करोड़ लोगों ने अमृत स्नान किया. अब इसके बाद दूसरा शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पौष पूर्णिमा के दिन होगा. मौनी अमावस्या को सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है.

इसके बाद तीसरा और अंतिम शाही स्नान 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन होगा. इस स्नान के बाद अखाड़े महाकुंभ परिसर से वापस जाने लगेंगे. उनके कैंप उखड़ने लगेंगे. हालांकि, तीसरे और अंतिम शाही स्नान के बाद 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान पर्व होगा, जिसमें कल्पवासी अमृत स्नान करके पुण्य लाभ कमाएंगे.

इस स्नान के साथ ही उनका एक महीने का कल्पवास पूर्ण हो जाएगा और वे अपने घर के लिए प्रस्थान करेंगे. फिर 26 फरवरी महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ का अंतिम स्नान होगा. इस स्नान के साथ ही महाकुंभ 2025 का समापन हो जाएगा.

ये भी पढ़ेंः महाकुंभ 2025 में कब क्या? जानिए पूरा शेड्यूल, कब-कब शाही स्नान, किस दिन होगा सबसे बड़ा स्नान पर्व

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