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केजीएमयू के साथ-साथ पीजीआई में भी होगी कोरोना के स्ट्रेन-टू की जांच

ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश वापस आए 10 लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है. हालांकि अभी इन में स्ट्रेन-टू की पुष्टि नहीं हुई है. ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश पहुंचे कोरोना वायरस स्ट्रेन टू जांच के लिए यूपी में कवायद शुरू हो गई है. केजीएमयू के साथ-साथ पीजीआई में भी कोरोनावायरस स्ट्रेन टू की जांच की जाएगी. य

केजीएमयू के साथ-साथ पीजीआई में भी होगी कोरोना के स्ट्रेन टू की जांच
केजीएमयू के साथ-साथ पीजीआई में भी होगी कोरोना के स्ट्रेन टू की जांच
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Published : Dec 31, 2020, 9:55 AM IST

लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयासरत नजर आ रहा है. ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश पहुंचे कोरोना वायरस स्ट्रेन टू जांच के लिए उत्तर प्रदेश में कवायद शुरू हो गई है. केजीएमयू में स्ट्रेन टू की जांच की जाएगी. वहीं पीजीआई में भी कोरोनावायरस स्ट्रेन टू की जांच की जाएगी. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पीजीआई में जांच के लिए तैयारियां पूरी कर ली है, हालांकि अभी तक यहां पर जांच के लिए कोई सैंपल नहीं पहुंचा है.

ब्रिटेन से वापस आए 10 लोगों में पाया गया कोरोना, दो में स्ट्रेन टू
ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश वापस आए 10 लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया है. हालांकि अभी इन में स्ट्रेन टू की पुष्टि नहीं हुई है. मेरठ और गाजियाबाद में दो ऐसे मरीज हैं, जिनके अंदर कोरोना वायरस स्ट्रेन टू की पुष्टि हुई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी हुई है.

अभी तक यूपी में नहीं होती थी जांच
ब्रिटेन से वापस आने वाले लोगों के कोरोना वायरस पाए जाने के बाद उनमें कोरोना वायरस का नया वैरिएंट है या नहीं इसके लिए स्ट्रेन टू की जांच कराई जाती है. जिसके लिए सैंपल दिल्ली या पुणे भेजे जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि राजधानी लखनऊ में केजीएमयू के साथ-साथ पीजीआई में भी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की जांच की कवायद शुरू कर दी गई है. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पीजीआई डॉक्टर ने कोरोना वायरस जीनोम सीक्वेंसिंग कराने की तैयारियां पूरी कर ली है, हालांकि अभी तक यहां पर कोई सैंपल नहीं भेजा गया है.

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति
शासन से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में कुल 14,155 कोरोनावायरस संक्रमण के एक्टिव केस हैं. जिनमें से 6,142 होम आइसोलेशन में है. वहीं 1,275 मरीज प्राइवेट सेक्टर के अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. अन्य सभी सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस वायरस की रोकथाम के लिए 5,502 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. उत्तर प्रदेश के 888 थाना क्षेत्र के अंतर्गत या कंटेनमेंट जोन है. कंटेनमेंट जोन के अंतर 71,578 मकान शामिल है, जिनमें लगभग 360000 लोग रहते हैं.

यूके से वापस लौटे यूपी में 565 यात्री लापता
यूनाइटेड किंगडम से वापस लौटे यात्रियों की लगातार जांच कराई जा रही है. इसी बीच मेरठ, गाजियाबाद में स्ट्रेन टू मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई है. यूके से वापस लौटे 10 अन्य कोरोना वायरस संक्रमित के सैंपल स्ट्रेन टू की जांच के लिए भेजे गए हैं. भारत सरकार ने यूनाइटेड किंगडम से उत्तर प्रदेश पहुंचे 1655 लोगों की सूची सौंपी थी, जिनमें से 1090 लोगों को चिन्हित कर लिया गया है. अभी तक 565 यात्रियों को चिन्हित नहीं किया गया है. यह यात्री उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में मौजूद हैं, ऐसे में अगर इनमें से किसी के अंदर स्ट्रेन टू मौजूद होगा, तो आने वाले दिनों में स्थिति गंभीर हो सकती है.

लापता यात्रियों पर होगी आपदा एक्ट के तहत दर्ज होगा मुकदमा
उत्तर प्रदेश में 565 ब्रिटेन से वापस आए लोगों को अभी तक ट्रेस नहीं किया गया है. ऐसे में स्वास्थ विभाग ने सभी यात्रियों से संबंधित जिले से संपर्क करने के लिए कहा है. सभी यात्रियों के पासपोर्ट पर दर्ज एड्रेस और फोन नंबर से ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के आग्रह के बाद भी जो लोग समय रहते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क नहीं करेंगे, उनके खिलाफ आपदा एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी. निदेशक स्वास्थ्य देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा है कि जो लोग ब्रिटेन से वापस आए हैं. वह अपनी जांच कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें, जो लोग संपर्क नहीं करेंगे. उनके ऊपर आपदा एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.

लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयासरत नजर आ रहा है. ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश पहुंचे कोरोना वायरस स्ट्रेन टू जांच के लिए उत्तर प्रदेश में कवायद शुरू हो गई है. केजीएमयू में स्ट्रेन टू की जांच की जाएगी. वहीं पीजीआई में भी कोरोनावायरस स्ट्रेन टू की जांच की जाएगी. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पीजीआई में जांच के लिए तैयारियां पूरी कर ली है, हालांकि अभी तक यहां पर जांच के लिए कोई सैंपल नहीं पहुंचा है.

ब्रिटेन से वापस आए 10 लोगों में पाया गया कोरोना, दो में स्ट्रेन टू
ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश वापस आए 10 लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया है. हालांकि अभी इन में स्ट्रेन टू की पुष्टि नहीं हुई है. मेरठ और गाजियाबाद में दो ऐसे मरीज हैं, जिनके अंदर कोरोना वायरस स्ट्रेन टू की पुष्टि हुई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी हुई है.

अभी तक यूपी में नहीं होती थी जांच
ब्रिटेन से वापस आने वाले लोगों के कोरोना वायरस पाए जाने के बाद उनमें कोरोना वायरस का नया वैरिएंट है या नहीं इसके लिए स्ट्रेन टू की जांच कराई जाती है. जिसके लिए सैंपल दिल्ली या पुणे भेजे जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि राजधानी लखनऊ में केजीएमयू के साथ-साथ पीजीआई में भी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की जांच की कवायद शुरू कर दी गई है. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पीजीआई डॉक्टर ने कोरोना वायरस जीनोम सीक्वेंसिंग कराने की तैयारियां पूरी कर ली है, हालांकि अभी तक यहां पर कोई सैंपल नहीं भेजा गया है.

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति
शासन से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में कुल 14,155 कोरोनावायरस संक्रमण के एक्टिव केस हैं. जिनमें से 6,142 होम आइसोलेशन में है. वहीं 1,275 मरीज प्राइवेट सेक्टर के अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. अन्य सभी सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस वायरस की रोकथाम के लिए 5,502 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. उत्तर प्रदेश के 888 थाना क्षेत्र के अंतर्गत या कंटेनमेंट जोन है. कंटेनमेंट जोन के अंतर 71,578 मकान शामिल है, जिनमें लगभग 360000 लोग रहते हैं.

यूके से वापस लौटे यूपी में 565 यात्री लापता
यूनाइटेड किंगडम से वापस लौटे यात्रियों की लगातार जांच कराई जा रही है. इसी बीच मेरठ, गाजियाबाद में स्ट्रेन टू मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई है. यूके से वापस लौटे 10 अन्य कोरोना वायरस संक्रमित के सैंपल स्ट्रेन टू की जांच के लिए भेजे गए हैं. भारत सरकार ने यूनाइटेड किंगडम से उत्तर प्रदेश पहुंचे 1655 लोगों की सूची सौंपी थी, जिनमें से 1090 लोगों को चिन्हित कर लिया गया है. अभी तक 565 यात्रियों को चिन्हित नहीं किया गया है. यह यात्री उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में मौजूद हैं, ऐसे में अगर इनमें से किसी के अंदर स्ट्रेन टू मौजूद होगा, तो आने वाले दिनों में स्थिति गंभीर हो सकती है.

लापता यात्रियों पर होगी आपदा एक्ट के तहत दर्ज होगा मुकदमा
उत्तर प्रदेश में 565 ब्रिटेन से वापस आए लोगों को अभी तक ट्रेस नहीं किया गया है. ऐसे में स्वास्थ विभाग ने सभी यात्रियों से संबंधित जिले से संपर्क करने के लिए कहा है. सभी यात्रियों के पासपोर्ट पर दर्ज एड्रेस और फोन नंबर से ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के आग्रह के बाद भी जो लोग समय रहते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क नहीं करेंगे, उनके खिलाफ आपदा एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी. निदेशक स्वास्थ्य देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा है कि जो लोग ब्रिटेन से वापस आए हैं. वह अपनी जांच कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें, जो लोग संपर्क नहीं करेंगे. उनके ऊपर आपदा एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.

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