लखनऊः योगी सरकार में सुन्नी बोर्ड में चेयरमैन कौन बनेगा, इसका फैसला समाजवादी पार्टी के हाथ में है. सुन्नी वक्फ बोर्ड में 8 सदस्य निर्विरोध तय हो गये हैं, जिसके बाद योगी सरकार अब तीन सदस्यों को नामित कर सीधे वक्फ बोर्ड भेजेगी. 11 सदस्यीय वक्फ बोर्ड में एक चेयरमैन होता है. जो सदस्य ही नियुक्त करते हैं. चेयरमैन बनने के लिए 6 सदस्यों के वोट की जरूरत होती है.
राज्य सरकार 3 सदस्यों को करेगी नामित
शुक्रवार को 8 निर्विरोध सदस्यों की जीत के बाद अब सबकी निगाहें राज्य सरकार के तीन सदस्यों पर टिकी है. जिनको योगी सरकार नामित कर वक्फ बोर्ड में सदस्य बनायेगी. इन तीन सदस्यों के बाद सरकार अधिसूचना जारी कर सभी सदस्यों के बीच बैठक करेगी. जहां चेयरमैन नियुक्त होगा. इसकी नियुक्ति 11 सदस्यों में से ही होगी. जिसके लिए कम से कम 6 सदस्यों की रजामंदी होनी चाहिये.
जुफ़र अहमद फ़ारूकी को चाहिये एसपी का साथ
बीएसपी सरकार और एसपी सरकार में सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रह चुके जु़फ़र अहमद फ़ारूकी को सूबे की योगी सरकार में भी दो बार एक्सटेंशन मिल चुका है. ऐसे में अब हो रहे चुनाव में चेयरमैन पद के लिये रेस में सबसे आगे जुफ़र अहमद फ़ारूकी एक बार फिर से नजर आ रहे हैं, हालांकि 3 नामित सदस्यों और 2 मुतावल्ली वोट के बावजूद उनको एक और वोट चाहिये होगा. सूत्रों के मुताबिक जुफ़र अहमद फ़ारूकी से दोनों बार काउंसिल के सदस्य खुश नहीं हैं, और अबरार अहमद और नफ़ीस अहमद में से किसी एक वोट पर ही जुफ़र अहमद फ़ारूकी का चेयरमैन बनना तय होगा.
एसपी अध्यक्ष से की ट्रस्ट के सदस्यों ने मुलाकात
सुन्नी वक्फ बोर्ड ने गठित मस्जिद निर्माण ट्र्स्ट के सदस्यों ने सुन्नी वक्फ बोर्ड के चुनावों के बीच एसपी के मुखिया अखिलेश यादव से उनके कार्यालय पर मुलाकात की. वक्फ बोर्ड चुनाव के बीच हुई इस मुलाकात को लेकर कई तरह की चर्चाएं तेज हो गयी हैं. इस मुलाकात में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (IICF) के प्रवक्ता अतहर हुसैन समेत तीन सदस्य मौजूद रहे.