लखनऊ : उत्तरप्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. केशव प्रसाद मौर्य ने अखबार की एक पुरानी खबर ट्वीट किया. न्यूज पेपर में छपी खबर के मुताबिक, पटना के एक कार्यक्रम में यशवंत सिन्हा ने दावा किया था कि समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव आईएसआई के एजेंट हैं. यह आरोप उन्होंने तब लगाया था जब मुलायम सिंह यादव देश के रक्षा मंत्री थे और यशवंत सिन्हा भाजपा के नेता के तौर पर विपक्ष में थे.
-
सपा अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी जिन्हें आप राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दे रहे हैं,श्री मुलायम सिंह यादव जी के लिए दिये बयान पर क्या कहेंगे! pic.twitter.com/yjFdOBM4gg
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) July 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">सपा अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी जिन्हें आप राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दे रहे हैं,श्री मुलायम सिंह यादव जी के लिए दिये बयान पर क्या कहेंगे! pic.twitter.com/yjFdOBM4gg
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) July 15, 2022सपा अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी जिन्हें आप राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन दे रहे हैं,श्री मुलायम सिंह यादव जी के लिए दिये बयान पर क्या कहेंगे! pic.twitter.com/yjFdOBM4gg
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) July 15, 2022
खबर के मुताबिक, यशवंत सिन्हा ने यह बयान 1997 में दिया था, जब मुलायम सिंह यादव एच डी देवेगौड़ा की सरकार में केंद्रीय मंत्री थी. गौरतलब है कि संयुक्त मोर्चा के शासन के दौरान मुलायम सिंह यादव देश के रक्षा मंत्री रहे. अपने कार्यकाल में उन्होंने यह नियम बनाया था कि देश के किसी भी हिस्से में शहीद होने वाले सेना के जवान का शव उसके पैतृक गांव में लाया जाएगा.
25 साल पुरानी खबर को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया है. अभी समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का फैसला किया है. यशवंत सिन्हा इस पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार हैं. उन्हें टीएमसी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आरजेडी समेत कई विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान यशवंत सिन्हा ने उत्तर प्रदेश को लेकर भी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि वह उत्तरप्रदेश को लेकर टिप्पणी नहीं करना चाहते क्योंकि ऐसा करने पर उनके घर पर भी बुलडोजर चला दिया जाएगा. वह केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर भी काफी हमलावर हैं.
पढ़ें : यूपी भाजपा में अब सुनील बंसल युग समाप्ति की ओर, रोकी गई एमएलसी दावेदारों की सूची