लखनऊ: उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक पेश करता उत्तरायणी कौथिग की 14 जनवरी से शुरुआत हुई. इसके पहले दिन भव्य शोभायात्रा निकाली गई. कौथिग का आयोजन पर्वतीय महापरिषद की ओर से गोमती तट पर स्थित भारत रत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत उपवन में किया जा रहा है. कौथिग 23 जनवरी तक चलेगा. कौथिग में उत्तराखण्ड से भगवान बागनाथ जी की ज्योति लाई गयी है. प्रातः काल पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण कर ज्योति को मंच पर स्थापित किया.
'कौथिग' शोभा यात्रा में दिखी उत्तराखंड की छवि
यूपी की राजधानी लखनऊ में उत्तरायणी कौथिग की गुरुवार को शुरुआत की गई. मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने कौथिग का दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया. कौथिग 23 जनवरी तक चलेगा. इसके पहले दिन भव्य शोभायात्रा निकाली गई.
'कौथिग' शोभा यात्रा.
लखनऊ: उत्तराखंड की सांस्कृतिक झलक पेश करता उत्तरायणी कौथिग की 14 जनवरी से शुरुआत हुई. इसके पहले दिन भव्य शोभायात्रा निकाली गई. कौथिग का आयोजन पर्वतीय महापरिषद की ओर से गोमती तट पर स्थित भारत रत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत उपवन में किया जा रहा है. कौथिग 23 जनवरी तक चलेगा. कौथिग में उत्तराखण्ड से भगवान बागनाथ जी की ज्योति लाई गयी है. प्रातः काल पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण कर ज्योति को मंच पर स्थापित किया.
महानगर रामलीला पार्क से शोभा यात्रा शुरू हुई. बी एवेयर फाउंडेशन की संस्थापक अर्पणा बिष्ट यादव ने शोभा यात्रा का नेतृत्व किया. युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी मोहन सिह मोना नेतृत्व में बुलेट रैली निकली, जिसमें 50 युवाओं की टीम थी. उसके पीछे पुरोहितों का रथ, भूतपूर्व सेना के सम्मानित सैनिकों का रथ, नन्दा राजजात यात्रा की झांकी, विभिन्न देवी-देवताओं की झांकी, पर्यावरण का संदेश देती झांकी, जिसमें उत्तराखण्ड की प्रसिद्ध गौरा देवी चिपको आन्दोलन को प्रदर्शित करती हुई दिखायी गयी थी. साथ ही पर्वतीय जनसमूह अपनी पर्वतीय संस्कृति की झलक दिखाते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा. कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर शोभा यात्रा का स्वागत मेयर संयुक्ता भाटिया व महंत दिव्या गिरि ने किया. उप मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
शाम को मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने कौथिग का दीप प्रज्जवलन करके उद्घाटन किया. महापरिषद के महासचिव ने उप मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया, जिनके प्रयास से यह कौथिग स्थल पर्वतीय समाज को कार्यक्रमों के लिए प्राप्त हुआ. उन्होंने इस स्थल को पं. गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन पर्वतीय समाज को पूर्ण रूप से आवंटित करने का आग्रह किया.शाम को दिखी नंदा राज यात्रा
शाम को हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत नंदा राजयात्रा हुई, जिसके बोल हैं - जै बोला जै भगवती नंदा. इसके अलावा लोक कलाकारों ने कुमाऊं और गढ़वाल लोक गीत व नृत्य प्रस्तुत किये, जिसका यहां के लोगों ने भी आनंद उठाया.
महानगर रामलीला पार्क से शोभा यात्रा शुरू हुई. बी एवेयर फाउंडेशन की संस्थापक अर्पणा बिष्ट यादव ने शोभा यात्रा का नेतृत्व किया. युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी मोहन सिह मोना नेतृत्व में बुलेट रैली निकली, जिसमें 50 युवाओं की टीम थी. उसके पीछे पुरोहितों का रथ, भूतपूर्व सेना के सम्मानित सैनिकों का रथ, नन्दा राजजात यात्रा की झांकी, विभिन्न देवी-देवताओं की झांकी, पर्यावरण का संदेश देती झांकी, जिसमें उत्तराखण्ड की प्रसिद्ध गौरा देवी चिपको आन्दोलन को प्रदर्शित करती हुई दिखायी गयी थी. साथ ही पर्वतीय जनसमूह अपनी पर्वतीय संस्कृति की झलक दिखाते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा. कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर शोभा यात्रा का स्वागत मेयर संयुक्ता भाटिया व महंत दिव्या गिरि ने किया. उप मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
शाम को मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने कौथिग का दीप प्रज्जवलन करके उद्घाटन किया. महापरिषद के महासचिव ने उप मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया, जिनके प्रयास से यह कौथिग स्थल पर्वतीय समाज को कार्यक्रमों के लिए प्राप्त हुआ. उन्होंने इस स्थल को पं. गोविन्द बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन पर्वतीय समाज को पूर्ण रूप से आवंटित करने का आग्रह किया.शाम को दिखी नंदा राज यात्रा
शाम को हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत नंदा राजयात्रा हुई, जिसके बोल हैं - जै बोला जै भगवती नंदा. इसके अलावा लोक कलाकारों ने कुमाऊं और गढ़वाल लोक गीत व नृत्य प्रस्तुत किये, जिसका यहां के लोगों ने भी आनंद उठाया.