लखनऊ: राजस्थान के राज्यपाल पद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर सक्रिय हो सकते हैं. राज्यपाल पद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पांच सितंबर को वह लखनऊ स्थित बीजेपी मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि कल्याण सिंह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और सीएम योगी की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं. कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि राम मंदिर निर्माण में वह बीजेपी का सहयोग करने के लिए राजनीति में वापसी कर सकते हैं.
कल्याण सिंह से जुड़े करीबी लोगों ने फोन पर बताया कि पांच सितंबर को कल्याण सिंह लखनऊ आ रहे हैं. वह सीधे एयरपोर्ट से यूपी बीजेपी मुख्यालय आएंगे और जहां पर वह भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे. राजस्थान के राज्यपाल बनने के बाद उन्होंने बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा दिया था. अब जब पांच वर्ष का उनका कार्यकाल पूरा हो चुका है तो वह फिर से बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नायकों में से एक रहे कल्याण सिंह फिर से सक्रिय राजनीति में नजर आएंगे.
बीजेपी की राजनीति को धार देंगे कल्याण सिंह
बताया जा रहा है कि कल्याण सिंह बीजेपी की राजनीति को धार देंने के लिए भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं. इस समय राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में प्रतिदिन सुनवाई हो रही है और कभी भी कोई फैसला आ सकता है. ऐसे में कल्याण सिंह का बीजेपी की राजनीति में सक्रिय होना कई मायने रखता है. राजस्थान के राज्यपाल पद के संवैधानिक बंधन में बंधे होने के चलते कल्याण सिंह पिछले पांच वर्षों में राम मंदिर या अन्य किसी विषय पर खुलकर नहीं बोल पाए. अब जब उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है और राम मंदिर को लेकर राजनीति तेज है तो कल्याण सिंह खुलकर बोलते हुए नजर आ सकते हैं.
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कल्याण सिंह के आने से सरकार को मिलेगा मार्गदर्शन
बीजेपी के पिछड़े समाज में अलग पहचान रखने वाले कद्दावर नेता कल्याण सिंह के बीजेपी की राजनीति में आने से बीजेपी और मजबूत होगी. बीजेपी को न सिर्फ एक अच्छे नेता का मार्गदर्शन मिलेगा बल्कि वह पार्टी को आगे ले जाने में भी वह सुझाव देंगे. खास बात यह भी है कि कल्याण सिंह की सरकार के दौरान उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था और विकास कार्य बेहतर ढंग से हुए थे. अब भी उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. ऐसे में सरकार किस तरह से और बेहतर काम कर सकती है, इसको लेकर भी वह कुछ सुझाव दे सकते हैं.