लखनऊः बीते कई दिनों से मोहर्रम सर्कुलर पर मचा बवाल अब थमता दिखाई देने लगा है. यूपी पुलिस मुखिया के गोपनीय पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से ही शिया धर्मगुरुओं में काफी नाराजगी देखी जा रही थी. शिया समुदाय ने सर्कुलर में इस्तेमाल हुए शब्दों पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद से सभी ने मोहर्रम से पहले होने वाली पीस मीटिंग के बहिष्कार का ऐलान किया था. हालांकि डीजीपी से मौलाना कि बात होने के बाद वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने अपना बयान वापस ले लिया है.
सभी से पीस मीटिंग में शामिल होने की अपील
शुक्रवार को डीजीपी से फोन पर हुई शिया धर्मगुरु की बातचीत के बाद मौलाना ने वीडियो संदेश जारी कर अपने बयान वापस लेने की घोषणा की. मौलाना ने कहा कि सभी लोग पीस कमेटी की मीटिंग में शामिल हों और मोहर्रम भी पूरे शान और शौकत से मनाएं. मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि डीजीपी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि इस तरह का सर्कुलर अब आगे नहीं जारी होगा. मौलाना ने सभी से अमन और शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि सभी इस बात का ख्याल रखें कि ऐसी कोई बात न कि जाए कि उससे मोहर्रम पर असर पड़े.
रविवार को शिया पर्सनल लॉ बोर्ड जताएगा विरोध
ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी डीजीपी के गोपनीय पत्र पर जबरदस्त ऐतराज जताया है. बोर्ड के प्रवक्ता और महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने प्रदेश के सभी ताजियादरों से रविवार 8 अगस्त को डीजीपी के खिलाफ हर जिले में डीएम को ज्ञापन देकर अपना विरोध दर्ज कराने की अपील की है. हालांकि अब देखना होगा कि मौलाना कल्बे जवाद के बयान के बाद क्या शिया पर्सनल लॉ बोर्ड भी अपना कार्यक्रम रद्द करता है या नहीं.
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