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युवा वर्ग को आईना दिखाती शार्ट फिल्म 'जजमेंट' - शार्ट फिल्म

राजधानी में शुक्रवार को युवा समाज को आईना दिखाने वाली शार्ट फिल्म जजमेंट का विमोजन किया गया. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे युवा वर्ग आज अपनी जिंदगी से अपने वृद्ध मां-बाप को किनारे करना चाहते हैं. वह यह भी नहीं सोचता कि मां-बाप ने उनके लिए कितने जतन करके उन्हें इस काबिल बनाया है.

राजधानी लखनऊ में शार्ट फिल्म 'जजमेंट' का विमोजन.
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Published : Oct 26, 2019, 9:04 AM IST

लखनऊः राजधानी में शुक्रवार को रियल मेकर्स म्यूजिक एकेडमी के तत्वाधान में बनी शार्ट फिल्म 'जजमेंट' का विमोचन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्रम विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर रवि श्रीवास्तव मौजूद रहे. मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम में बच्चों ने बेहद दर्शनीय नृत्य का भी प्रदर्शन किया.

राजधानी लखनऊ में शार्ट फिल्म 'जजमेंट' का विमोजन.

शॉर्ट फिल्म 'जजमेंट' का विमोजन
शॉर्ट फिल्म 'जजमेंट' युवा समाज को आईना दिखाने वाली फिल्म है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे युवा वर्ग आज अपनी जिंदगी से अपने वृद्ध मां-बाप को किनारे करना चाहता है. वह यह भी नहीं सोचता कि मां-बाप ने उनके लिए कितने जतन करके उन्हें इस काबिल बनाया है.

मुख्य अतिथि रवि श्रीवास्तव ने बताया यह फिल्म समाज के युवा वर्ग के लिए एक आईना है. उन्होंने कहा कि जो मां-बाप उन्हें हाथ पकड़ कर लिखना सिखाते हैं, उनके लिए तमाम तरह के कष्ट हंसते-हंसते सहन करते हैं और अपनी पीड़ा बच्चों को नहीं दर्शाते हैं. वही बच्चें आगे चलकर मां-बाप को अपने ऊपर बोझ समझने लगते हैं.

इसे भी पढ़ें- वाराणसीः BHU में हृदय नारायण दीक्षित की पुस्तक 'ज्ञान का ज्ञान' का विमोचन

फिल्म के डायरेक्टर गिरीश श्रीवास्तव ने बताया कि इस फिल्म के माध्यम से हम युवा समाज को संदेश देना चाहते हैं कि कम से कम जो उनके मां बाप ने उनके लिए किया है उतना न सही, लेकिन उसका कुछ हिस्सा तो उनके सम्मान में किया जाए.

युवा समाज को आईना दिखाने वाली फिल्म
फिल्म में दिखाया गया कि किस तरह युवा वर्ग अपने मां-बाप को अपने ऊपर भार समझता है. वहीं जब मां ने अपने नाम का मकान वृद्धा आश्रम के नाम कर दिया तो उनके बच्चों को समझ में आया कि वह उनके साथ गलत व्यवहार कर रहे थे. इस फिल्म से युवा वर्ग को सीख लेनी चाहिए कि अपने मां-बाप से सम्मानजनक व्यवहार करें और इस बात का ख्याल रखें कि उनको किसी प्रकार का दुख न हो.

लखनऊः राजधानी में शुक्रवार को रियल मेकर्स म्यूजिक एकेडमी के तत्वाधान में बनी शार्ट फिल्म 'जजमेंट' का विमोचन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्रम विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर रवि श्रीवास्तव मौजूद रहे. मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम में बच्चों ने बेहद दर्शनीय नृत्य का भी प्रदर्शन किया.

राजधानी लखनऊ में शार्ट फिल्म 'जजमेंट' का विमोजन.

शॉर्ट फिल्म 'जजमेंट' का विमोजन
शॉर्ट फिल्म 'जजमेंट' युवा समाज को आईना दिखाने वाली फिल्म है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे युवा वर्ग आज अपनी जिंदगी से अपने वृद्ध मां-बाप को किनारे करना चाहता है. वह यह भी नहीं सोचता कि मां-बाप ने उनके लिए कितने जतन करके उन्हें इस काबिल बनाया है.

मुख्य अतिथि रवि श्रीवास्तव ने बताया यह फिल्म समाज के युवा वर्ग के लिए एक आईना है. उन्होंने कहा कि जो मां-बाप उन्हें हाथ पकड़ कर लिखना सिखाते हैं, उनके लिए तमाम तरह के कष्ट हंसते-हंसते सहन करते हैं और अपनी पीड़ा बच्चों को नहीं दर्शाते हैं. वही बच्चें आगे चलकर मां-बाप को अपने ऊपर बोझ समझने लगते हैं.

इसे भी पढ़ें- वाराणसीः BHU में हृदय नारायण दीक्षित की पुस्तक 'ज्ञान का ज्ञान' का विमोचन

फिल्म के डायरेक्टर गिरीश श्रीवास्तव ने बताया कि इस फिल्म के माध्यम से हम युवा समाज को संदेश देना चाहते हैं कि कम से कम जो उनके मां बाप ने उनके लिए किया है उतना न सही, लेकिन उसका कुछ हिस्सा तो उनके सम्मान में किया जाए.

युवा समाज को आईना दिखाने वाली फिल्म
फिल्म में दिखाया गया कि किस तरह युवा वर्ग अपने मां-बाप को अपने ऊपर भार समझता है. वहीं जब मां ने अपने नाम का मकान वृद्धा आश्रम के नाम कर दिया तो उनके बच्चों को समझ में आया कि वह उनके साथ गलत व्यवहार कर रहे थे. इस फिल्म से युवा वर्ग को सीख लेनी चाहिए कि अपने मां-बाप से सम्मानजनक व्यवहार करें और इस बात का ख्याल रखें कि उनको किसी प्रकार का दुख न हो.

Intro:युवा वर्ग को आईना दिखाती लघु फिल्म जजमेंट का प्रथम दर्शन कार्यक्रम रियल मेकर्स म्यूजिक एकेडमी मैं संपन्न हुआ


Body:लखनऊ रियल मेकर्स म्यूजिक अकैडमी के तत्वाधान में बनी लघु फिल्म जजमेंट का विमोचन आज शुक्रवार को किया गया इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में रवि श्रीवास्तव श्रम विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर मौजूद रहे मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया बाद में अशोक कुमार श्रीवास्तव मैनेजिंग डायरेक्टर ने पुष्पगुच्छ देकर उन्हें सम्मानित किया इस कार्यक्रम में बच्चों द्वारा बेहद दर्शनीय नृत्य का भी प्रदर्शन किया शॉर्ट फिल्म सरेंडर युवा समाज को आईना दिखाने वाली फिल्म है इस फिल्म मैं दिखाया गया है कि कैसे युवा वर्ग आज अपनी जिंदगी से अपने वृद्ध मां बाप को किनारे करना चाहता है वह यह भी नहीं सोचता कि मां-बाप ने उनके लिए कितने जतन करके उन्हें इस काबिल बनाया है मुख्य अतिथि श्री रवि श्रीवास्तव ने बताया यह फिल्म समाज के युवा वर्ग के लिए एक आईना है उनका कहना है की जो मां उन्हें हाथ पकड़ कर लिखना सिखाती है और उसके लिए तमाम तरह के कष्ट हंसते-हंसते सहन करती है और अपनी पीड़ा अपने बच्चों को नहीं दर्शाती है वही बच्चे आगे चलकर मां-बाप को अपने ऊपर बोझ समझने लगते हैं वही फिल्म के डायरेक्टर गिरीश श्रीवास्तव ने बताया इस फिल्म के माध्यम से हम युवा समाज को संदेश देना चाहते हैं कि कम से कम जो उनके मां बाप ने उनके लिए किया है उतना ना सही लेकिन उसका कुछ हिस्सा तो उनके सम्मान में किया जाए


Conclusion:फिल्म में दिखाया गया कि किस तरह युवा वर्ग अपने मां बाप को अपने ऊपर भार समझता है वहीं जब मां ने अपने नाम का मकान वृद्धा आश्रम के नाम कर दिया तो उनके बच्चों को समझ में आया कि वह उनके साथ गलत व्यवहार कर रहे थे इस फिल्म से युवा वर्ग को सीख लेनी चाहिए कि अपने मां बाप से सम्मानजनक व्यवहार करें और इस बात का ख्याल रखें कि उनको किसी प्रकार का दुख ना हो


बाइट रवि श्रीवास्तव श्रम विभाग असिस्टेंट कमिश्नर

बाइट फिल्म डायरेक्टर गिरीश श्रीवास्तव

पवन तिवारी मोबाइल नंबर 9454 18 9653
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