लखनऊ: राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन के चलते शासन-प्रशासन ने भले ही पास के स्थान पर मीडियाकर्मियों को उनके संस्थान का परिचय पत्र इस्तेमाल करने का आदेश दे रखा हो, लेकिन राजधानी के सरोजनीनगर थाने के कुछ पुलिसकर्मी पत्रकारों के इस परिचय पत्र को मानने के लिए कतई नहीं तैयार हैं. वहीं परिचय पत्र की जगह पास को ही तवज्जो दे रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला शनिवार को सरोजनीनगर के कानपुर रोड स्थित अमौसी मेट्रो स्टेशन के पास देखने को मिला, जब यहां मौजूद दारोगा और सिपाहियों ने एक पत्रकार को पास की जगह परिचय पत्र दिखाने पर उसके साथ जमकर अभद्रता कर डाली. गौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते जगह-जगह तैनात पुलिस फालतू घूमने वाले वाहन सवारों को रोक रही है.
पत्रकार ने अभद्रता का लगाया आरोप
वहीं अमौसी मेट्रो स्टेशन के पास से न्यूज कवरेज के लिए गुजर रहे राजधानी के एक हिंदी दैनिक अखबार के पत्रकार को बदालीखेड़ा चौकी इंचार्ज सुरजीत यादव ने रोक लिया और उससे लॉकडाउन में निकलने का पास मांगने लगे. वहीं जब पत्रकार ने पास के बजाय अपने संस्थान का परिचय पत्र जेब से निकाला तो वहां मौजूद दारोगा और उसके साथी पुलिसकर्मी भड़क गए और अभद्रता पर उतर आए.
पत्रकार ने उच्चाधिकारियों से की शिकायत
बता दें कि इस दौरान पत्रकार ने परिचय पत्र दिखाते हुए पुलिसकर्मियों को काफी समझाया, लेकिन वर्दीधारी उसकी एक भी बात मानने को तैयार नहीं हुए. बल्कि बिना पास के आगे यहां से निकलने पर कार्रवाई करने की धमकी भी दे डाली. साथ ही काफी देर बाद पत्रकार को वहां से जाने दिया.
फिलहाल इस मामले को लेकर पत्रकारों में पुलिस के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है. वहीं पत्रकार ने मामले को लेकर उच्चाधिकारियों से शिकायत भी कर दी गई है, जिस पर उन्होंने आरोपी दारोगा के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.