लखनऊ: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस राजधानी लखनऊ के अंदर भी पैर पसार चुकी है. कोरोना से लड़ने में डॉक्टरों के साथ-साथ पुलिस की भी बहुत बड़ी भूमिका है. ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड आर्डर नवीन अरोड़ा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि हमारे लिए ड्यूटी पहले है. उसके बाद में सारी चीजें हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत में ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस समय फैमिली नजरअंदाज हो रही है. बच्चों को समय नहीं दे पा रहा हूं, क्योंकि इस समय ड्यूटी का जो दायरा है, वह सीमित नहीं है. सुबह कितने बजे निकलना पड़े और फिर रात को कितने बजे घर पहुंचेंगे, इसका कोई अंदाजा नहीं होता है. इस बीच कई बार बच्चों के फोन भी आते हैं तो ड्यूटी या मीटिंग के दौरान बच्चों की फोन कॉल्स को डिस्कनेक्ट करना पड़ता है.
ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया, 'जब ड्यूटी और मीटिंग से फुरसत पाकर कुछ देर के लिए घर पहुंचता हूं तो घर जाने से पहले भी कई सावधानी अपनानी पड़ती है. घर के पिछले हिस्से में एक छोटा सा कमरा है, जिसमें मैंने अपना चेंजिंग रूम बना रखा है. पहले उस रूम में जाकर मैं अपने कपड़ों को चेंज करता हूं, फिर नहाने धोने के बाद मैं परिवार से मिलता हूं.'
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उन्होंने बताया, 'उस समय बच्चे नाराज होते हैं. गुस्सा करते हैं कि पापा आपने मेरा फोन क्यों काट दिया. फिर उन सभी को बैठाकर प्यार से समझाना पड़ता है कि इस समय के हालात ठीक नहीं है. हम कई अहम बैठक कर रहे होते हैं, जिसमें हम आपसे बात नहीं कर सकते.'