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699 लाख का सौंदर्यीकरण घोटाला करने वाले जेई गोपाल कुशवाहा को EOW ने किया गिरफ्तार, पढ़िए डिटेल - लखनऊ ईओडब्ल्यू कानपुर कार्रवाई

गाजीपुर में सौंदर्यीकरण के नाम पर आए रकम का पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर गोपाल कुशवाहा ने घोटाला (Ghazipur beautification scam) किया था. आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने आरोपी को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 26, 2023, 3:15 PM IST

लखनऊ : कानपुर पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर गोपाल को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू ) की वाराणसी यूनिट ने कानपुर से गिरफ्तार कर लिया. उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम में डेपुटेशन के दौरान गाजीपुर में 699.48 लाख रुपए का सौंदर्यीकरण घोटाला हुआ था. इसके बाद वर्ष 2018 में शासन ने ईओडब्ल्यू को पूरे मामले की जांच सौंपी थी.

साल 2012 में हुआ था घोटाला : आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ke मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2012-13 के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजीपुर के भदौरा ब्लॉक क्षेत्र में पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण कार्य के लिए 817.08 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था. आवंटित 817.08 लाख के सौंदर्यीकरण के काम में ठेकेदार व अन्य अफसरों के साथ मिलकर आरोपी जेई गोपाल कुशवाहा ने सिर्फ 117.60 लाख का काम कर बाकी 699.48 लाख रु हड़प लिए थे. जेई गोपाल सिंह कुशवाहा पूर्व में प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड, भदोही (वाराणसी) में कार्यरत रहा है.

संयुक्त निदेशक पर्यटन ने दर्ज कराया था मुकदमा : मानक के अनुरूप कार्य न होने और शासकीय धन की बंदरबाट करने पर संयुक्त निदेशक पर्यटन, विंध्याचल मंडल वाराणसी अविनाश चंद्र मिश्र की ओर से वर्ष 2017 में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध गाजीपुर के थाना गहमर में मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद साल 2018 में शासन की ओर से मामले की जांच EOW को सौंप दी थी. विवेचना में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के तत्कालीन परियोजना प्रबंधक सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों सहित ठेकेदारों को भी दोषी पाया गया था.

भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में किया जाएगा पेश : आरोपी जेई गोपाल सिंह कुशवाहा की गिरफ्तारी के लिए आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू ) की वाराणसी इकाई के एसपी डी. प्रदीप कुमार ने इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी रामाश्रय सिंह, विनोद यादव और आरक्षी राजकिशोर की टीम गठित की थी.टीम ने आरोपी को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया है. निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपी को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट वाराणसी में पेश किया जाएगा. प्रकरण में शामिल अन्य दोषियों के विरूद्ध भी कार्रवाई जारी रहेगी.

यह भी पढ़ें : एनपीएस घोटाले में शामिल दोनों कर्मचारियों को विभाग ने किया निलंबित, जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित

लखनऊ : कानपुर पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर गोपाल को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू ) की वाराणसी यूनिट ने कानपुर से गिरफ्तार कर लिया. उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम में डेपुटेशन के दौरान गाजीपुर में 699.48 लाख रुपए का सौंदर्यीकरण घोटाला हुआ था. इसके बाद वर्ष 2018 में शासन ने ईओडब्ल्यू को पूरे मामले की जांच सौंपी थी.

साल 2012 में हुआ था घोटाला : आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ke मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2012-13 के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजीपुर के भदौरा ब्लॉक क्षेत्र में पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण कार्य के लिए 817.08 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था. आवंटित 817.08 लाख के सौंदर्यीकरण के काम में ठेकेदार व अन्य अफसरों के साथ मिलकर आरोपी जेई गोपाल कुशवाहा ने सिर्फ 117.60 लाख का काम कर बाकी 699.48 लाख रु हड़प लिए थे. जेई गोपाल सिंह कुशवाहा पूर्व में प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड, भदोही (वाराणसी) में कार्यरत रहा है.

संयुक्त निदेशक पर्यटन ने दर्ज कराया था मुकदमा : मानक के अनुरूप कार्य न होने और शासकीय धन की बंदरबाट करने पर संयुक्त निदेशक पर्यटन, विंध्याचल मंडल वाराणसी अविनाश चंद्र मिश्र की ओर से वर्ष 2017 में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध गाजीपुर के थाना गहमर में मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद साल 2018 में शासन की ओर से मामले की जांच EOW को सौंप दी थी. विवेचना में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के तत्कालीन परियोजना प्रबंधक सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों सहित ठेकेदारों को भी दोषी पाया गया था.

भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में किया जाएगा पेश : आरोपी जेई गोपाल सिंह कुशवाहा की गिरफ्तारी के लिए आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू ) की वाराणसी इकाई के एसपी डी. प्रदीप कुमार ने इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी रामाश्रय सिंह, विनोद यादव और आरक्षी राजकिशोर की टीम गठित की थी.टीम ने आरोपी को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया है. निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपी को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट वाराणसी में पेश किया जाएगा. प्रकरण में शामिल अन्य दोषियों के विरूद्ध भी कार्रवाई जारी रहेगी.

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