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आजादी के बाद पहली बार हुई नहरों की सिल्ट सफाई: जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह

उत्तर प्रदेश में किसानों की फसलों के लिए सिंचाई एक प्रमुख मुद्दा है. गंगा नहर, सरयू नहर, शारदा नहर, परियोजना के माध्यम से किसानों की फसलों की सिंचाई की जाती है. वहीं जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि आजादी के बाद पहली बार नहरों की सिल्ट सफाई हुई है.

जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह
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Published : Jun 23, 2021, 2:06 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में किसानों की फसलों के सिंचाई के लिए गंगा नहर, शारदा नहर परियोजना चलाई जा रही है. इसके साथ नहरों से निकलने वाली माइनर किसानों के खेतों की सिंचाई करती हैं. इसके साथ ही नदी के किनारे वाले इलाके नदियों में आने वाली बाढ़ से चिंतित हो जाते हैं, जिन इलाकों में पानी नहीं पहुंचता है, वहां नलकूपों स्प्रिंकलर के माध्यम से सिंचाई की जाती है.

उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए सिंचाई की कई परियोजनाएं चलाई जा रही है. आने वाले दिनों में किसानों को बाढ़ की समस्या का सामना न करना पड़े. इसके लिए बाढ़ की भी तैयारियां अभी से की जा रही हैं. जिससे किसानों की फसलों को बचाया जा सके. इसके साथ बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में स्प्रिंकलर सिंचाई की माध्यम से सिंचाई की जा रही है. इस सिंचाई विधि से पानी की बर्बादी कम होती है.

आजादी के बाद पहली बार हुई नहरों की सफाई
जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने दावा किया कि आजादी के बाद पहली बार नहरों की सिल्ट सफाई हुई है. सबसे खास बात यह है कि इस बार नहरों की जो सफाई कराई गई है, उसके लिए नहरों पर सफाई की लागत के साथ-साथ पूरी डिटेल नहरों के पास लगे पत्थर पर लिखी गई है. यदि किसी भी व्यक्ति को लगता है कि नहरों की सफाई नहीं हुई तो उसकी शिकायत कर सकता है. इसके साथ ही नहरों की सफाई की वीडियोग्राफी फोटोग्राफी भी कराई गई है. इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री को नहरों की सफाई के लिए धन्यवाद दिया है.

इसे भी पढ़ें-दो करोड़ रुपए की नकली दवाएं बरामद, कई राज्यों से जुड़े हैं तार

बाढ़ की तैयारी में जुटी है सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में आने वाले दिनों में बाढ़ का संकट न हो इसके लिए बाढ़ राहत का पैसा जनवरी माह में ही रिलीज कर दिया गया था. प्रदेश में बाढ़ के लिए चल रही 184 परियोजनाएं पूरी होने के कगार पर हैं. जबकि 254 परियोजनाओं पर बेहद स्तर पर काम चल रहा है. 9 जनपदों का दौरा किया जा चुका है. जल शक्ति विभाग 42 जिलों की देखभाल करता है, जिसमें 23 जनपद अधिक संवेदनशील हैं. प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि वह 2012-13-14 में जहां 15 लाख हेक्टेयर जमीन बाढ़ से प्रभावित हुई थी. वहीं 2020 में 12 लाख हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है. बाढ़ राहत के लिए इस वर्ष युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में प्रदेश की जनता को बाढ़ की समस्या से भुगतना न पड़े.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में किसानों की फसलों के सिंचाई के लिए गंगा नहर, शारदा नहर परियोजना चलाई जा रही है. इसके साथ नहरों से निकलने वाली माइनर किसानों के खेतों की सिंचाई करती हैं. इसके साथ ही नदी के किनारे वाले इलाके नदियों में आने वाली बाढ़ से चिंतित हो जाते हैं, जिन इलाकों में पानी नहीं पहुंचता है, वहां नलकूपों स्प्रिंकलर के माध्यम से सिंचाई की जाती है.

उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए सिंचाई की कई परियोजनाएं चलाई जा रही है. आने वाले दिनों में किसानों को बाढ़ की समस्या का सामना न करना पड़े. इसके लिए बाढ़ की भी तैयारियां अभी से की जा रही हैं. जिससे किसानों की फसलों को बचाया जा सके. इसके साथ बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में स्प्रिंकलर सिंचाई की माध्यम से सिंचाई की जा रही है. इस सिंचाई विधि से पानी की बर्बादी कम होती है.

आजादी के बाद पहली बार हुई नहरों की सफाई
जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने दावा किया कि आजादी के बाद पहली बार नहरों की सिल्ट सफाई हुई है. सबसे खास बात यह है कि इस बार नहरों की जो सफाई कराई गई है, उसके लिए नहरों पर सफाई की लागत के साथ-साथ पूरी डिटेल नहरों के पास लगे पत्थर पर लिखी गई है. यदि किसी भी व्यक्ति को लगता है कि नहरों की सफाई नहीं हुई तो उसकी शिकायत कर सकता है. इसके साथ ही नहरों की सफाई की वीडियोग्राफी फोटोग्राफी भी कराई गई है. इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री को नहरों की सफाई के लिए धन्यवाद दिया है.

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बाढ़ की तैयारी में जुटी है सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में आने वाले दिनों में बाढ़ का संकट न हो इसके लिए बाढ़ राहत का पैसा जनवरी माह में ही रिलीज कर दिया गया था. प्रदेश में बाढ़ के लिए चल रही 184 परियोजनाएं पूरी होने के कगार पर हैं. जबकि 254 परियोजनाओं पर बेहद स्तर पर काम चल रहा है. 9 जनपदों का दौरा किया जा चुका है. जल शक्ति विभाग 42 जिलों की देखभाल करता है, जिसमें 23 जनपद अधिक संवेदनशील हैं. प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि वह 2012-13-14 में जहां 15 लाख हेक्टेयर जमीन बाढ़ से प्रभावित हुई थी. वहीं 2020 में 12 लाख हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है. बाढ़ राहत के लिए इस वर्ष युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में प्रदेश की जनता को बाढ़ की समस्या से भुगतना न पड़े.

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