लखनऊ: राजधानी के विभूतिखंड थाने में सीएम योगी के निर्देश पर मंडी सचिव के खिलाफ मंडी लाइसेंस बनवाने और दुकान दिलाने के नाम पर व्यापारी से ठगी करने के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है. सचिव पर आरोप है कि उसने अपने दो व्यापारी साथी के साथ मिलकर पीड़ित विजय प्रताप सिंह को बिजनेस शुरू कराने के नाम पर 20 लाख रुपये लिए और वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी है.
दरअसल, गोमती नगर विस्तार के रहने वाले विजय प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की थी कि दो साल पहले मंडी लाइसेंस बनवाने के लिए नवीन सब्जी मंडी गया था. जहां उसकी मुलाकात मंडी सचिव संजय कुमार सिंह से हुई थी. मंडी सचिव ने पीड़ित को दो अन्य व्यक्ति विजय और अजय से मिलने के लिए कहा था. पीड़ित ने सचिव के कहने के अनुसार दुबग्गा फल मंडी में अजय और विजय से मुलाकात की थी.
इस दौरान पीड़ित को अजय और विजय ने बताया कि वे दोनों मंडी सचिव संजय सिंह के बिजनेस पार्टनर हैं और आढ़त का काम करते है. पीड़ित के अनुसार दोनों ने उसे दो दिन बाद फिर बुलाया और बताया कि अगर वे बिजनेस शुरू करना चाहते हों तो 20 लाख रुपये लगा दो. इसमें हर साल एक लाख रुपये का फायदा होगा. ये बात पीड़ित ने सचिव मंडी संजय सिंह को बताई तो उन्होंने अजय को पैसे देने के लिए कहा, जिस पर पीड़ित ने अलग-अलग माध्यम से 20 लाख रुपये इन्वेस्ट कर दिए.
पीड़ित के मुताबिक, पैसे इन्वेस्ट करने के एक महीने बाद जब उसे किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया, तो उसने सचिव और उसके साथियों से हिसाब मांगा, जिस पर उसे धमकी दी जाने लगी और कहा गया कि पैसे भूल जाओ नहीं तो फर्जी मुकदमा दर्ज करा जेल भेज दिया जाएगा. हालांकि दबाव देने पर उसे 5 लाख रुपये वापस किए गए हैं.
इंस्पेक्टर विभूतिखंड आशीष मिश्रा के मुताबिक, पीड़ित की शिकायत पर मंडी सचिव संजय कुमार सिंह, अजय सिंह और विजय सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप