लखनऊ: स्मार्ट मीटर धारक उपभोक्ताओं का अब अगर बिल बकाया होता है, तो बिजली विभाग के कर्मचारी उनका कनेक्शन सीधे पोल से नहीं काटेंगे. अगर कर्मचारी पोल से कनेक्शन काटते हैं और पकड़े जाते हैं तो ऐसे कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होना तय है. मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सूर्यपाल गंगवार ने स्मार्ट मीटर कनेक्शन के बकाया होने पर डिस्कनेक्शन संबंधी निर्देश जारी किए हैं.
बिजली विभाग के कर्मचारी अभी तक स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं का कनेक्शन कहीं ऑनलाइन काट देते थे, तो कहीं उपकेंद्र पर तैनात बिजली कर्मी पोल से केबल हटा देते थे. इतना ही नहीं बकाएदार कुछ पैसे का लालच देकर निजी कर्मियों से कनेक्शन जुड़वा लेते थे और बिजली विभाग को कानों कान इसकी भनक तक नहीं लगती थी.
कर्मचारियों की मिलीभगत से विभाग को नुकसान उठाना पड़ता था. अब ऐसा नहीं होगा. स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की बिजली ऑनलाइन ही काटी जा सकेगी. मध्यांचल के एमडी सूर्यपाल गंगवार की तरफ से जारी किए गए निर्देश में अब संबंधित अभियंता बकाएदार स्मार्ट मीटर उपभोक्ता की बिजली ऑनलाइन कंट्रोल रूम से डिस्कनेक्ट कराएंगे. बिल जमा होने के तत्काल बाद ऑनलाइन ही कनेक्शन जोड़ दिया जाएगा. स्मार्ट मीटर में मिलीभगत की शिकायतों पर एमडी ने इस तरह के कदम उठाए हैं.
प्रबंध निदेशक के मुताबिक इससे स्थानीय स्तर पर जो मिलीभगत होती थी, उस पर नियंत्रण स्थापित होगा और विभाग भी घाटे से उबर सकेगा. लखनऊ शहर की बात की जाए तो यहां पर तीन लाख के करीब स्मार्ट मीटर धारक हैं. वहीं सोमवार को राज्य विद्युत नियामक आयोग में हुई सुनवाई में कई उपभोक्ताओं ने अनुरोध किया कि डी-कनेक्शन और रि-कनेक्शन के एवज में वसूली जाने वाली फीस माफ की जाए.