लखनऊ: विदेश से आने वाले तमाम यात्रियों को बेहतर चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मिल पाएगी. इसको लेकर तमाम तरह की व्यवस्थाएं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की जा रही हैं. इसी कड़ी में विदेश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था की गई है, जिसमें विदेश से आने वाले यात्री अपने खर्चे पर होटल में भी क्वारंटाइन हो सकेंगे.
निजी होटलों को बनाया गया क्वारंटाइन सेंटर
विदेश से लौटे यात्री अगर सरकार के बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रुकना चाहते हैं, तो उनके लिए अलग व्यवस्था बनाई गई है. स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासन के साथ मिलकर यात्रियों को निजी होटलों में क्वारंटाइन करने की व्यवस्था बनाई है. यहां वह भुगतान करके रह सकते हैं. साथ ही इसके लिए प्रशासन की तरफ से होटल भी चिन्हित कर लिए गए हैं, जिनमेंं विदेश से आने वाले यात्रियों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन करने की व्यवस्था की जानी है.
एयरपोर्ट के पास 20 होटल किए चिन्हित
वहीं अब इसी कड़ी में कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान विदेश में फंसे लखनऊ वासियों को वापस लाने की तैयारी पूरी कर ली गई है. बता दें कि विदेश से वापस आने पर यात्रियों को 14 दिन तक सरकार द्वारा बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में क्वारंटाइन किया जाएगा. साथ ही कोई इन क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रुकना चाहता तो वह प्रशासन द्वारा चिन्हित किए गए होटल में भुगतान करके रह सकता है. प्रशासन ने इसके लिए एयरपोर्ट के पास करीब 20 होटलों की सूची तैयार की है.
बाहर से आने वाले यात्रियों की होगी जांच
इस पूरे मामले पर हमने राजधानी लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल से बातचीत की. उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच की जाएगी. साथ ही यात्री सरकार द्वारा बनाए गए क्वारंंटाइन सेंटर में नहीं रुकना चाहते तो वे सरकार द्वारा चिन्हित किए गए 20 निजी होटल में भी क्वारंटाइन होकर अपने खर्चे पर रह सकते हैं.
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