लखनऊ : बीते अप्रैल में अग्निवीर भर्ती के लिए ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम पास करने वाले अभ्यर्थियों की भर्ती 16 नवंबर से लखनऊ में शुरू हुई. लखनऊ के एएमसी सेंटर और कॉलेज स्टेडियम में अग्निवीर भर्ती के लिए बुधवार को लखनऊ के युवाओं ने जोश और उत्साह के साथ मैदान में दम-खम दिखाया. अग्निवीर योजना में ऐसा पहली बार हो रहा है जब लखनऊ के एमसी सेंटर पर लखनऊ के अभ्यर्थी रैली में शामिल हुए हैं.
27 व 28 को लखनऊ में होगी महिला भर्ती : लखनऊ के सेना चिकित्सा और केंद्र एवं कॉलेज में आयोजित अग्निवीर भर्ती रैली के बारे में जोनल रिक्रूटमेंट ऑफिसर (यूपी एवं उत्तराखंड) मेजर जनरल मनोज तिवारी ने बताया कि यह रैली उत्तर प्रदेश में रैलियों की शृंखला में तीसरी है. अभी तक मेरठ और बरेली में रैली आयोजित की जा चुकी है. उत्तराखंड में अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में भर्ती हुई थी. इसके बाद महिलाओं की भर्ती रैली 27 और 28 नवंबर को होगी. तीन बड़ी रैली और हैं जो आगरा, अमेठी और गोरखपुर में आयोजित की जाएंगी. इस भर्ती रैली में जोश और उत्साह के साथ युवा हिस्सा ले रहे हैं. जो बड़ी रैलियां हैं उसमें 10 से 12 हजार छात्र चयनित किए जाते हैं. एक रैली के दौरान हर रोज करीब 1000 से 1200 बच्चे आते हैं. मेडिकल के लिए तकरीबन 35 से 40 प्रतिशत बच्चे सफल होते हैं. यह काफी एक अच्छा स्टैंडर्ड है. मेरे ख्याल से फौज में भर्ती होने के लिए बहुत प्रोत्साहन मिलता है. लड़के तैयारी करके आ रहे हैं.
पहले बहुच भीड़ होता थी : मेजर जनरल मनोज तिवारी के अनुसार पहले जो रैलियां होती थीं उसमें जो रिटन एग्जामिनेशन फिजिकल और मेडिकल के बाद होता था. उसमें बच्चों की भीड़ बहुत आती थी. उनको छांटने में दिक्कत होती थी. पहले ज्यादा बच्चे एक साथ दौड़ में शामिल होने आ रहे थे. इसकी वजह से कई बच्चे छूट जाते थे उनका आना जाना थोड़ा मुश्किल होता था. अभी ऑनलाइन एग्जाम शुरू करवा दिया है. उससे बच्चे जो दिमागी तौर पर और फिजिकल दौड़ में अच्छे हैं वह हमें सिलेक्शन शुरू में ही मिल जाता है. अब पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है तो बच्चों को चयनित करने में हम लोग को बहुत आसानी है. पहले डाउट्स और काफी फ्रॉड होता था. ऐसे लोग होते हैं जो बच्चों को बहका देते थे कि हम आपको भर्ती करेंगे. यह करेंगे, वह करेंगे. ऑनलाइन होने के बाद काफी हद तक जो फ्रॉड है उस पर काबू कर लिया गया है.
ऑनलाइन वेरिफिकेशन से मिली सहूलियत : ऑनलाइन वेरिफिकेशन होने के बाद जो बच्चे हमारे पास आते हैं वह एक कंपलीट वेरीफाइड होकर आते हैं. उसमें फ्रॉड का चांसेस कम होगा. अब जो बच्चे हमारे पास फाइनली आते हैं वे मोटिवेटेड आते हैं. अग्निवीर में जो बच्चे गए हैं. ट्रेनिंग के लिए वहां से भी हमको बहुत अच्छा फीडबैक मिला. उन्होंने बताया कि हमारे पास सिर्फ एक ही वैकेंसी है वूमेन रिक्रूटमेंट की अग्नि वीर के थ्रू. अग्निवीर आर्मी मिलिट्री पुलिस की थोड़ी बहुत बातचीत हो रही है कि जो अदर रैंक्स एंड सर्विसेज हैं क्या उसमें हम वूमेन एंट्री ला सकते हैं. फिलहाल, अभी हमारे पास जो है वह सिर्फ वूमेन मिलिट्री पुलिस की वैकेंसी है और इसमें कोई बदलाव नहीं है. जितने पिछली बार थे उतने ही इस बार भी हैं. हां यह जरूर है कि हमारा जो आउटरेज हुआ है हमने इस बार यह कोशिश की है कि दूर से दूर गांव में जाकर के रिमोट एरिया केंद्र में जाकर बालिकाओं को मोटिवेट करने के लिए. इस बार जो वूमेन रैली होगी उसमें हम पाएंगे कि पहले के मुकाबले जहां सिर्फ सारी लड़कियां और बड़े कस्बों की लड़कियां आती थीं अब आप देखेंगे कि रिमोट इलाकों से भी बालिकाएं आएंगी.
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