लखनऊ : देश में हुए तमाम युद्धों के बारे में तो देशवासियों को जानकारी है, लेकिन कुछ युद्ध ऐसे भी हुए हैं जिन्हें प्रसिद्धि तो कम मिली, लेकिन हमारे वीर जवानों ने उस युद्ध में अपने रणकौशल का ऐसा प्रदर्शन किया जो दुश्मन सेना को नाकों चने चबाने वाला साबित हुआ. दुश्मन सेना पर हमारे वीर योद्धा इतने भारी पड़े कि रणभूमि में विरोधी सेना के पास भागने के अलावा कोई रास्ता ही नहीं छोड़ा. पाकिस्तानी दुश्मन सेना हमारे वीर सैनिकों के आगे नतमस्तक हुई. ऐसे युद्ध का नाम है "बसंतर की लड़ाई".
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि पांच युद्ध सम्मान, दो परमवीर चक्र, 10 महावीर चक्र, 42 वीर चक्र, 89 सेना मेडल और 28 मेंशन इन डिस्पैच उन यूनिटों और वीर सैनिकों को प्रदान किए गए. जिनकी बहादुरी के पराक्रम ने सामूहिक रूप से और अकेले ही ऑपरेशन की सफलता में योगदान दिया. 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान स्ट्राइक 1 की तरफ से दिखाई गई वीरता और पराक्रम भावी पीढ़ी के लिए इतिहास के पन्नों में स्थायी रूप से दर्ज हो गए. इस अवसर पर जनरल ऑफिसर कमांडिंग स्ट्राइक 1 ने सभी रैंकों को राष्ट्र की सेवा के प्रति खुद को फिर से समर्पित करने और देश के हित को सर्वोपरि रखने के लिए प्रोत्साहित किया.