लखनऊ : प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) में काम कर रहीं बड़ी संख्या में संविदा स्टाफ नर्स के मानदेय में 5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. एनएचएम की तरफ से इस प्रस्ताव को लेकर मंजूरी मिल गई है. वहीं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने संविदा स्टाफ की तरफ से लंबे समय से की जा रही इस मांग को आगे बढ़ाया था.
ग्रामीण और शहरीय क्षेत्र के सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर हेल्थ पोस्ट सेंटर में स्टाफ नर्स की तैनाती है. संविदा पर तैनात स्टाफ नर्स को अनुभव के अनुसार मानदेय प्रदान किया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) के निर्देश पर एनएचएम ने स्टाफ नर्स के मानदेय वृद्धि का प्रस्ताव भेजा था. केंद्र सरकार ने मानदेय वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
एनएचएम (NHM) की विभिन्न योजनाओं के तहत प्रदेश में 4699 स्टाफ नर्स संविदा पर तैनात हैं. एक से लेकर पांच वर्ष से अधिक अवधि से सेवाएं दे रही हैं. इन्हें 20013 रुपये से लेकर 29374 रुपये प्रतिमाह मानदेय प्रदान किया जा रहा है. इनमें से 1047 स्टाफ नर्स ने एक वर्ष के भीतर नौकरी ज्वाइन की है. नई गाइडलाइन के अनुसार, एक साल के भीतर नौकरी ज्वाइन करने वाली स्टाफ नर्स को पांच फीसदी बढ़े वेतन का लाभ नहीं प्रदान किया जाएगा, जबकि इससे पूर्व में तैनात स्टाफ नर्स के मानदेय में पांच फीसदी का इजाफा किया गया है. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि जब कर्मचारी प्रसन्न रहेंगे तो वे मन लगाकर मरीजों की सेवा कर सकेंगे. मानदेय में वृद्धि के लिए उन्होंने सभी स्टाफ नर्स को बधाई दी.
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