लखनऊ: प्रदेश में बच्चियों और महिलाओं के प्रति अपराध में बढ़ोतरी कम नहीं हो रही है, बल्कि दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. अलीगढ़ में ढाई वर्षीय मासूम बच्ची की दर्दनाक हत्या से लोगों में भारी आक्रोश है. लोग आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं. वहीं महिला अपराधों को लेकर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने ईटीवी भारत के साथ अपनी राय रखी.
महिला अपराध पर क्या बोले पूर्व DGP सुलखान सिंह
- महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म के ज्यादातर मामले उनके आसपास रहने वाले या परिवार से जुड़े हुए लोगों द्वारा किए जाते हैं.
- इन्हीं सब कारणों की वजह से पुलिस को घटना की पहले से भनक नहीं लग पाती है.
- महिलाओं के प्रति होने वाले इस तरह के अपराध में पुलिस को सीधे तौर पर कठघरे में खड़ा नहीं किया जा सकता है.
- इस तरीके के अपराध का पहले से अनुमान लगाना संभव नहीं होता है.
- पुलिस इन अपराधों को रोकने में सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं है.
- पुलिस को ऐसे मामलों में संवेदनशील और सक्रिय होने की बात कही जाती है.
- इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाने के लिए परिजनों और समाज को जागरुक होने की जरूरत है.
- हमें अपने बच्चों की बेहतर देखभाल के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान देना चाहिए कि वह कहां रहते हैं.
- हमारे बच्चों के किन-किन लोगों से संपर्क हैं.
- हमें अपने आसपास रहने वाले लोगों की हरकतों पर नजर रखनी चाहिए.
- अगर ऐसे में कोई शंका होती है तो पुलिस को इस बारे में सूचना देनी चाहिए.