लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी में बीते करीब दो महीने में दूसरे दलों के 300 से अधिक लोगों ने सदस्यता ग्रहण की है. भाजपा का दावा है कि 122 और नेता भाजपा ज्वाइन करना चाहते थे लेकिन जिलों से आई उनकी रिपोर्ट के बाद पार्टी ने उन्हें मना कर दिया. भाजपा के मुताबिक 300 लोगों में महज पांच से छह लोगों को ही टिकट दिए गए हैं. हालांकि भाजपा का यह दावा कुछ कमजोर नजर आता है. दूसरे दलों से आए लोगों को अधिक टिकट दिए गए हैं यह बात प्रमाणित है. भाजपा और सहयोगी दल मिला लिए जाए तो ऐसे करीब 10 प्रत्याशियों के नाम सामने आते हैं जो दूसरे दलों से आए थे और उनको टिकट मिले हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने करीब 2 महीने पहले ज्वाइनिंग कमेटी का गठन किया था. इस कमेटी में अध्यक्ष पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई को बनाया गया था. उनके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी कमेटी में शामिल किए गए थे. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी में लगातार ज्वाइनिंग का सिलसिला जारी है. कई बड़े नेताओं समेत कई अन्य नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
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ये बड़े नेता भाजपा में हुए शामिल
अदिति सिंह कांग्रेस से, राकेश सिंह कांग्रेस से, नरेश सैनी कांग्रेस, हरिओम यादव सपा, वन्दना सिंह बसपा, विजय लक्ष्मी गौतम बसपा, छट्ठू राम बसपा से, सलोना कुशवाहा सपा से, मनीष जायसवाल उर्फ मंटू कांग्रेस पडरौना, राकेशधर त्रिपाठी बसपा , कायमगंज से डॉ. सुरभि सपा से भाजपा में आई और फिर उन्हें अपना दल से टिकट मिला.
भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि हमने 300 से अधिक लोगों को भाजपा में शामिल किया है. इनमें से अधिकांश ऐसे लोग थे जिनको टिकट न देने की शर्त के साथ पार्टी में लाया गया है. उन्होंने बताया कि हमने 122 लोगों को भाजपा की सदस्यता देने से इनकार कर दिया क्योंकि उनका आपराधिक रिकॉर्ड था साथ ही भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष की रिपोर्ट उनके खिलाफ थी.
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