लखनऊ: ईटीवी भारत ने राजधानी के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाली 43 बीघे झील पर भू माफियाओं द्वारा अवैध कब्जे की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा एक्शन में आए. एसडीएम मोहनलालगंज से उन्होंने जांच रिपोर्ट मांगी थी. फिलहाल अब यह जांच लगभग पूरी कर ली गई है. जांच की आंच के घेरे में आए हुए अधिकारियों समेत भू माफियाओं पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी शुरू हो गई है.
- मामला राजधानी के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाली 43 बीघे में फैली ऐतिहासिक झील का है.
- झील पर सुंदरलाल नामक किसान का साल 2008 में सरकार द्वारा मत्स्य पालन के लिए पट्टा किया गया था.
- भूमाफियाओं ने साल 2015 के बाद से इस पर अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया.
- साल 2018 आते-आते भू-माफियाओं और तहसील के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत के चलते पूरी झील पर प्लॉटिंग कर दी गई.
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- झील पर कब्जे की खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया.
- ईटीवी की खबर के बाद जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा एक्शन में नजर आए.
- जिलाधिकारी ने 10 दिनों के भीतर मोहनलालगंज के एसडीएम से जांच रिपोर्ट मांगी.
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मामले में जांच लगभग पूरी हो गई है और जितने भी चिन्हित भू-माफिया और अन्य कोई भी संलिप्त अधिकारी है, सभी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट कराई जाएगी. वहीं इस पूरे प्रकरण में एक लेखपाल को भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है. किसी जमीन या जलाशय पर अवैध कब्जा अगर कोई व्यक्ति करता है तो उसके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाकर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.
-कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी