लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आईआईटी पास आउट छात्रों ने शायना फाउंडेशन नाम से मुनाफा रहित कंपनी बनाई है. इसका मकसद लोगों को उनकी पसंद के मुताबिक सस्ता घर मुहैया कराना है. इसकी शुरुआत फाउंडेशन के अध्यक्ष केबी गुप्ता अपनी बड़ी सुपौत्री शायना के जन्मदिन के अवसर पर करने जा रहे हैं. इस मौके पर घोषणा की गई कि वे 30 फीसदी सस्ते आवास देंगे.
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केबी गुप्ता ने बताया कि टू बीएचके के आवास 1000 वर्गफुट के करीब हैं. क्लब एवं स्विमिंग पूल समेत अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी. भूमि अधिग्रहण का काम प्रगति पर है. वाराणसी में भी यह सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. उन्होंने अपनी योजना के बारे में विस्तार से बताया. उनका कहना है कि इस मूल्य में बेहद शानदार और टिकाऊ आवास मुहैया कराए जा सकते हैं, लेकिन रियल स्टेट की दुनिया में हाल के वर्षों में अधिक से अधिक मुनाफा कमाने की होड़ पैदा हुई है. इसका नतीजा आवास के मूल्यों पर पड़ा. जिस वजह से दाम बेतहाशा बढ़े हैं.
फाउंडेशन का उद्देश्य है कि अत्याधिक मूल्य की वजह से कोई भी आवास जैसी प्राथमिक जरुरत से वंचित न रहने पाए. काम शुरू करने से पहले फाउंउेशन ने व्यापक रिसर्च की है. इसमें यह पता चला कि बिना गुणवत्ता से समझौता किए बाजार के मौजूदा रेट से करीब तीस प्रतिशत कम मूल्य पर आवास आसानी से मुहैया कराया जा सकता है. अब फाउंडेशन ने इसी दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने उम्मीद जताई की फाउंडेशन की इस पहल का आने वाले समय में आम लोगों को फायदा मिलेगा.
शशांक गुप्ता ने बताया कि प्रोजेक्ट से जुड़ी आईआईटीयंस की टीम ने यह करके दिखाया है. संगठन की स्थापना के बाद फाउंडेशन ने सफलतापूर्वक अपना काम भी शुरू कर दिया है. शशांक का कहना है उनका लक्ष्य बुनियादी ढांचे के साथ भारत के आर्थिक विकास में योगदान करने का है.
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