लखनऊः भारत अब तेजी से आगे बढ़ रहा है. हम चाहे वैक्सीन की बात करें या फिर चिकित्सा उपकरण की, इन सभी मामलों में भारत की स्थिति मजबूत होती जा रही है. बड़ी संख्या में दवाओं पर ट्रॉयल चल रहा है. कोरोना वैक्सीन के निर्माण में तो भारत लगातार आगे बढ़ रहा है. करीब 50 देशों को भारत कोरोना से बचाव की वैक्सीन दे रहा है. ये बाते इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के महानिदेशक पद्यश्री डॉक्टर बलराम भार्गव ने कही.
वो शुक्रवार को केजीएमयू के लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग के 45वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे. आईसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि भारत हर मामलों में आत्मनिर्भर बन रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने केजीएमयू के लॉरी कॉर्डियोलॉजी विभाग से पढ़ाई की है. ये मेरे लिए गर्व की बात है. केजीएमयू कुलपति डॉक्टर बिपिन पुरी ने कहा कि कॉर्डियोलॉजी विभाग लगातार तरक्की कर रहा है. यूपी भर से यहां मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं.
अब तक विभाग देश-दुनिया को 200 डिग्रीधारी डॉक्टरों को दे चुका है. जल्द ही यहां नई बिल्डिंग शुरू होने जा रही है. जिससे लारी में बेड की संख्या तीन गुना हो जाएगी. करीब 96 बेड बढ़ेंगे. जिसमें 36 बेड आईसीयू के भी होंगे. इस कार्यक्रम में डॉक्टर अक्षय प्रधान, प्रतिकुलपति डॉक्टर विनीत शर्मा और मेडिसिन संकाय की डीन डॉक्टर उमा सिंह भी उपस्थित थीं.
उधर, इलाके में मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. फैजुल्लागंज में आठ लोग तेज बुखार की चपेट में आ गए हैं. इनमें सात बच्चे शामिल हैं. बुखार-उल्टी बढ़ने पर एक बच्चे को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाको में मच्छरों का प्रकोप है. नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग से फागिंग-एंटीलार्वा के छिड़काव की मांग की गई है. अब तक कुछ नहीं हुआ.
फैजुल्लागंज जुड़वा मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर समेत अन्य इलाकों में बुखार का प्रकोप है. यश नगर निवासी फरीद (27), मुमताज (8), विवेक (12), कविता (7), नेहा (8), राजबीर (12) व गाजीपुर बलराम में आजाद (9), कमल (14), रिंकू (7), नेहा (12) व प्रदीप (10) तेज बुखार से पीड़ित हैं. सामाजिक कार्यकर्ता ममता त्रिपाठी के मुताबिक मरीजों को जाड़ा लगकर तेज बुखार आ रहा है. दवा से भी मरीजों को राहत नहीं मिल रही है.
इसे भी पढ़ें- 26 सर्जरी और 6,500 टांके से नहीं टूटा हौसला, अब फ्रांस में भारत के लिए दौड़ेंगे सिद्धार्थ
उन्होंने बताया कि इलाकों में नालियां कूड़े से पटी हैं. गंदगी का अंबार है. सीवर लाइन चोक है. कई बार नगर निगम के अधिकारियों से गुहार लगाई. अब तक सुनवाई नहीं हो रही है. फागिंग व एंटीलार्वा का छिड़काव नहीं हो रहा है. इससे समस्या लगातार गंभीर हो रही है.