लखनऊ : आईएएस अधिकारी रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल की इलाज के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई. विशंभर दयाल का इलाज राजधानी के लोहिया अस्पताल में चल रहा था. बता दें कि, राजधानी के हुसैनगंज थाना क्षेत्र स्थित बापू भवन में आईएएस अधिकारी रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने 30 अगस्त की सुबह अपने कार्यालय में खुद को गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास किया था. गोली लगने से विशंभर दयाल गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घटनास्थल पर मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था. स्थिति गंभीर होने के कारण विशंभर दयाल को 3 दिनों से आईसीयू में रखा गया था. शुक्रवार को दोपहह में उनकी मौत हो गई.
घटना स्थल पर मिला था सुसाइड नोट
अपर मुख्य सचिव नगर विकास एवं गरीबी उन्मूलन विभाग में कार्यरत आईएएस अधिकारी रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल की इलाज के दौरान मौत हो गई है. विशंभर दयाल लगभग 9 वर्षों से रजनीश दुबे के साथ काम कर रहे थे. उन्होंने 31 अगस्त की सुबह सचिवालय के बापू भवन में 8वें तल पर खुद को गोली मारी थी.
घटना के बाद लोहिया अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. आत्महत्या करने से पहले विशंभर दयाल ने 2 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था. जिसमें उन्होंने अपनी बहन के ससुराली जनों को आत्महत्या करने का जिम्मेंदार बताया था. मिले सुसाइड नोट में उन्होंने आपसी मतभेद के कारण तनाव में होने की बात स्वीकार की थी. पुलिस को घटनास्थल पर रिवाल्वर, खोका व जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन और एक सुसाइड नोट मिला था. घटनास्थल पर मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी की थी.
प्रतिबंधित स्थान पर कैसे पहुंची रिवाल्वर, गुत्थी अभी तक उलझी
एसीपी के मुताबिक, हजरतगंज सचिवालय में लाइसेंसी असलहे पर पूर्णतया प्रतिबंध है. सरकारी कर्मचारी हो या कोई बाहरी शख्स किसी को असलहा ले जाने की अनुमति नहीं है. लाइसेंसी असलहा लेकर विशंभर दयाल छुट्टी के दिन ऑफिस गए. उस दौरान उनकी किसी ने तलाशी नहीं ली? यह जांच का विषय है. इस बात की भी जांच की जा रही है क्या विशंभर दयाल रोज ड्यूटी पर लाइसेंसी असलहा लेकर जाते थे? या आज ही आत्महत्या की नीयत से असलहा लेकर ऑफिस आए थे.
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