लखनऊ : समाज कल्याण विभाग की ओर से सिविल सेवा परीक्षा के लिए जहां अभ्युदय कोचिंग का संचालन सभी 75 जिलों में किया जाता है. वही सिविल सेवा की तैयारी के लिए प्रदेश के बाहर जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी अब समाज कल्याण विभाग अपनी योजना को दोबारा से शुरू करने जा रहा है. आर्थिक रूप से कमजोर ऐसे अभ्यर्थी जो पैसों की तंगी के कारण सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी बाहर जाकर करना चाहते हैं और नहीं कर पा रहे हैं ऐसे अभ्यर्थियों को आर्थिक स्थिति आधे ना आए इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने मुख्यमंत्री से योजना दोबारा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत इसकी शुरुआत करने जा रहा है. विभाग का कहना है कि इस योजना के तहत दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों को दोबारा से अनुदान दिया जाएगा इसके लिए सरकार से 2 करोड़ बजट का प्रस्ताव भेजा गया है.
आईएएस और पीसीएस की तैयारी के लिए अनुदान : प्रदेश से बाहर दिल्ली अथवा दूसरे शहरों में जाकर आईएएस और पीसीएस की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को समाज कल्याण निदेशालय की ओर से अनुदान दिया जाता था. बीते 2 साल से यह अनुदान कोरोना महामारी के कारण बंद है. अभी तक प्रदेश में रहकर तैयारी करने वाले प्रतिभागियों को ही अनुदान दिया जा रहा था. अब एक बार फिर से निदेशालय ने दिल्ली में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों को अनुदान देने का प्रस्ताव तैयार किया है. निदेशक समाज कल्याण कुमार प्रशांत ने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदया योजना के तहत निर्बल आय वर्ग के प्रतिभावान प्रतिभागियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है. दिल्ली में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले प्रदेश के जरूरतमंद अभ्यर्थियों को आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव तैयार कर मुख्यमंत्री को भेजा गया है. जैसे ही वहां से मंजूरी मिलेगी इस साल से यह योजना दोबारा से शुरू कर दी जाएगी.
2022-23 में 10140 अभ्यर्थियों को मिल चुका है लाभ : निदेशक समाज कल्याण कुमार प्रशांत ने बताया कि अभ्युदय कोचिंग योजना के तहत प्रदेश में सत्र 2022-23 में 10140 अभ्यर्थियों को लाभ दिया गया था. जिसके लिए 2058.03 लाख रुपये खर्च किए गए थे. सत्र 2021-22 में भी इतने ही अभ्यर्थियों को इसका लाभ दिया गया था, उन पर कुल 1569.63 लख रुपये खर्च हुए थे. सत्र 2020-21 में 5128 अभ्यर्थियों पर कल 118.39 लाख रुपये खर्च हुए थे. अब प्रदेश के बाहर तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को लाभ देने के लिए सरकार से 2 करोड़ रुपये अतिरिक्त बजट का मांग किया गया है जो अभ्युदय योजना के मौजूदा बजट से अलग होगा. अभ्युदय कोचिंग योजना के तहत मिलेगा लाभ, योजना का लाभ लेने के लिए अभ्यर्थियों को पास करनी होगी परीक्षा.
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