लखनऊ: रहिमाबाद के एक बागवान ने घर का खर्च चलाने के लिए बैंक से कर्ज लेकर लोडर वाहन लिया था. आम की फसल बेचकर बैंक का कर्ज चुकाने के प्लान में था. लेकिन शनिवार आई तेज आंधी तूफान ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया. आंधी से उसके बाग में लगे आम जमीन पर गिर गए. जिससे पूरी फसल बर्बाद हो गई. इस पर किसान को बैंक कर्ज की किश्तें चुकाने की चिंता सताने लगी. इससे आहत होकर बागवान ने आत्महत्या कर ली.
पुलिस के मुताबिक थाना रहीमाबाद के रहटा निवासी सुशील उर्फ अन्ना लोडर वाहन बैंक से कर्ज पर लिया था. जिसे चलाकर वह अपने परिवार का भरण पोषण करता था. लेकिन, वह इतने पैसे नहीं कमा पा रहा था. इसीलिए कर्ज चुकाने के लिए उसने आम की फसल लगाई, जिसे बेचकर कर्ज चुकाने का उसका प्लान था. शनिवार दोपहर आई तेज आंधी ने आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया, जिसे देखकर सुशील बहुत रोया.
इसके बाद उसे बैंक से लिए गए कर्ज की किश्तें चुकाने की चिंता सताने लगी. फिर शाम को परिवार सहित खाना खाकर सुशील अपनी पत्नी रूबी सिंह, तीन बेटियों सहित कमरे में सोने चला गया. रात को 1 बजे गर्मी लगने की बात कर वह बरामदे में सोने चला गया. वहीं, रात डेढ़ बजे बेटी श्रीजी सिंह पानी पीने उठी तो देखा उसके पिता ने आत्महत्या कर ली है. यह मंजर देख लड़की रोने की आवाज सुनकर पत्नी और बाकी लोग उठे. शोरगुल की आवाज सुनकर पड़ोसी भी मौके पर आ गए और पुलिस को सूचना दी.
मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर अख्तियार अहमद अंसारी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. उन्होंने बताया कि मलीहाबाद के एक बागवान ने आम की फसल को बेचकर बैंक से लिए लोन अदा करने के प्लान में था, मगर आंधी तूफान से उसके बाग में भारी नुकसान हो गया. जिससे आहत होकर बागवान ने अपनी जान दे दी.
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