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खिलौना उत्पाद में अब चीन को कड़ी टक्कर, नोएडा में बनेगा यूपी का पहला टॉय क्लस्टर - नोएडा टॉय पार्क

उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा के सेक्टर 33 में टॉय पार्क(Toy Park) का निर्माण करवाया है. जिसके माध्यम से रोजगार के अवसर तो उपलब्ध होंगे ही साथ ही चीन के खिलौना उत्पाद को भी कड़ी टक्कर मिलने वाली है. इस टॉय पार्क(Toy Park) में खिलौना फैक्ट्री लगाने के लिए 134 उद्योगपतियों ने भूखंड लिया है.

खिलौना उत्पाद में अब चीन को कड़ी टक्कर
खिलौना उत्पाद में अब चीन को कड़ी टक्कर
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Published : Aug 6, 2021, 2:27 PM IST

लखनऊ: आने वाले दिनों में नोएडा खिलौना मैन्युफैक्चरिंग(Toy Manufacture) का हब बनने वाला है. योगी सरकार ने खिलौना (टॉय) उद्योग को बढ़ावा देने के लिए नोएडा के सेक्टर 33 में टॉय पार्क(Toy Park) का निर्माण करवाया है. इस टॉय पार्क(Toy Park) में खिलौना बनाने की फैक्ट्री लगाने के लिए 134 उद्योगपतियों ने भूखंड लिया है. यह 134 उद्योगपति 410.13 करोड़ रुपये का निवेश कर जल्द ही टॉय पार्क में अपनी फैक्ट्री स्थापित करेंगे. इन खिलौना फैक्ट्री(Toy Factory) में छह हजार 157 लोगों को स्थायी रोजगार मिलेगा.

दरअसल, बीते वर्ष मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलौना कारोबार में देश की हिस्सेदारी बढ़ाने का आह्वान किया था. जिसका संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार ने यूपी का पहला खिलौना क्लस्टर (टॉय पार्क) यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र में विकसित करने का निर्णय लिया है. इसके बाद यीडा के सेक्टर-33 में टॉय पार्क(Toy Park) के लिए 100 एकड़ से अधिक जमीन खिलौना उत्पादन(Toy Manufacture) करने वाली इकाईयां के लिए चिन्हित की गई. इस पार्क में उद्योगपतियों को अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया गया है.

यीडा के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए तैयार कराई गई इंवेस्टर फ्रेंडली नीतियों के चलते खिलौना कारोबार में कार्यरत कई बड़ी कंपनियों ने टॉय पार्क(Toy Park) में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए कदम बढ़ाए हैं. जिसमें अब तक 134 कंपनियों को टॉय पार्क(Toy Park) में खिलौना फैक्ट्री स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित की गई है. जमीन पाने वाली कंपनियां जल्द ही टॉय पार्क में फैक्ट्री लगाने की कार्रवाई शुरू करेंगी. टॉय पार्क में जमीन लेने वाली देश की प्रमुख कंपनियों में फन जू टॉयज इंडिया, फन राइड टॉयस एलएलपी, सुपर शूज, आयुष टॉय मार्केटिंग, सनलार्ड अप्पारेल्स, भारत प्लास्टिक, जय श्री कृष्णा, गणपति क्रिएशन और आरआरएस ट्रेडर्स प्रमुख हैं.

निर्यात में होगी बढ़ोत्तरी

देश में बच्चों के खिलौने बनाने वाली बड़ी कंपनियों में फन जू टॉयस इंडिया और फन राइड टॉयस जैसी तमाम कंपनियों का नोएडा में फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन लेने को यीडा के अधिकारी महत्वपूर्ण मान रहे हैं. अधिकारियों का कहना है, टॉय पार्क में प्लास्टिक और लकड़ी से बने बैटरी से चलने वाले खिलौने बनेंगे, अभी तक देश के बच्चे चीन के बने खिलौनों से खेलते हैं. टॉय पार्क में खिलौना फैक्ट्री लगाने के लिए आगे आयी ये कंपनियां चीनी कंपनियों को चुनौती देंगी. अभी देश में खिलौना बनाने वाली करीब चार हजार से ज्यादा इकाइयां हैं. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के अंतर्गत आने वाली इन इकाइयों में से 90 फीसद असंगठित हैं. यही इनकी तथा देश की सबसे बड़ी कमजोरी है. जिसका संज्ञान लेते हुए ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिलौना उद्योग को बढ़ावा दिया है.

एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2024 तक भारत का खिलौना उद्योग 147-221 अरब रुपये का हो जाएगा. दुनियाभर में जहां खिलौने की मांग में हर साल औसत करीब पांच फीसद का इजाफा हो रहा है, वहीं भारत की मांग में 10-15 प्रतिशत का. निर्यात की बात करें तो सिर्फ 18-20 अरब रुपये के खिलौने का निर्यात हो पाता है. भारत में जहां खिलौना निर्माता असंगठित हैं, वहीं खिलौने की गुणवत्ता भी बड़ी चुनौती है. निर्माण में लागत ज्यादा होने की वजह से भारतीय खिलौने अपने ही बाजार में आयातित खिलौने से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाते. ऐसे में जरूरी था कि खिलौने की लागत कम करने की दिशा में कदम उठाए जाएं. इसके तहत ही राज्य में टॉय पार्क बनवाया गया है.

नोएडा के खिलौने चीन को देंगे टक्कर

नोएडा में बन रहे टॉय पार्क(Noida Toy Park) के चलते अब इन आंकड़ों में बदलाव होना तय है क्योंकि अब आधुनिक तकनीक के जरिए देश में खिलौने बनाने की फैक्ट्रियां लगेंगी. यह खिलौने चीन से बने खिलौने से सस्ते और टिकाऊ होंगे. चीन के खिलौने मंहगे और जल्दी खराब होते हैं. इसलिए अब यह माना जा रहा है कि नोएडा में खिलौनों का निर्माण शुरू होने के बाद से चीन में बने खिलौनों की मांग उसी तरह से घटेगी.

दीपावली में खूब बिकने वाली चीन की बनी लाइट, झालरों और गणेश लक्ष्मी की मूतियों की मांग भी घट गई है. अब देश में तमाम कंपनियां सस्ती और टिकाऊ झालरें बनाने लगी हैं. गणेश लक्ष्मी की मूतियां भी अब बड़ी संख्या में लोग बनाने लगें हैं. इसी प्रकार जल्द ही नोयडा में बने खिलौने चीन में बने खिलौनों को चुनौती देंगे.

लखनऊ: आने वाले दिनों में नोएडा खिलौना मैन्युफैक्चरिंग(Toy Manufacture) का हब बनने वाला है. योगी सरकार ने खिलौना (टॉय) उद्योग को बढ़ावा देने के लिए नोएडा के सेक्टर 33 में टॉय पार्क(Toy Park) का निर्माण करवाया है. इस टॉय पार्क(Toy Park) में खिलौना बनाने की फैक्ट्री लगाने के लिए 134 उद्योगपतियों ने भूखंड लिया है. यह 134 उद्योगपति 410.13 करोड़ रुपये का निवेश कर जल्द ही टॉय पार्क में अपनी फैक्ट्री स्थापित करेंगे. इन खिलौना फैक्ट्री(Toy Factory) में छह हजार 157 लोगों को स्थायी रोजगार मिलेगा.

दरअसल, बीते वर्ष मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलौना कारोबार में देश की हिस्सेदारी बढ़ाने का आह्वान किया था. जिसका संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार ने यूपी का पहला खिलौना क्लस्टर (टॉय पार्क) यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र में विकसित करने का निर्णय लिया है. इसके बाद यीडा के सेक्टर-33 में टॉय पार्क(Toy Park) के लिए 100 एकड़ से अधिक जमीन खिलौना उत्पादन(Toy Manufacture) करने वाली इकाईयां के लिए चिन्हित की गई. इस पार्क में उद्योगपतियों को अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया गया है.

यीडा के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए तैयार कराई गई इंवेस्टर फ्रेंडली नीतियों के चलते खिलौना कारोबार में कार्यरत कई बड़ी कंपनियों ने टॉय पार्क(Toy Park) में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए कदम बढ़ाए हैं. जिसमें अब तक 134 कंपनियों को टॉय पार्क(Toy Park) में खिलौना फैक्ट्री स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित की गई है. जमीन पाने वाली कंपनियां जल्द ही टॉय पार्क में फैक्ट्री लगाने की कार्रवाई शुरू करेंगी. टॉय पार्क में जमीन लेने वाली देश की प्रमुख कंपनियों में फन जू टॉयज इंडिया, फन राइड टॉयस एलएलपी, सुपर शूज, आयुष टॉय मार्केटिंग, सनलार्ड अप्पारेल्स, भारत प्लास्टिक, जय श्री कृष्णा, गणपति क्रिएशन और आरआरएस ट्रेडर्स प्रमुख हैं.

निर्यात में होगी बढ़ोत्तरी

देश में बच्चों के खिलौने बनाने वाली बड़ी कंपनियों में फन जू टॉयस इंडिया और फन राइड टॉयस जैसी तमाम कंपनियों का नोएडा में फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन लेने को यीडा के अधिकारी महत्वपूर्ण मान रहे हैं. अधिकारियों का कहना है, टॉय पार्क में प्लास्टिक और लकड़ी से बने बैटरी से चलने वाले खिलौने बनेंगे, अभी तक देश के बच्चे चीन के बने खिलौनों से खेलते हैं. टॉय पार्क में खिलौना फैक्ट्री लगाने के लिए आगे आयी ये कंपनियां चीनी कंपनियों को चुनौती देंगी. अभी देश में खिलौना बनाने वाली करीब चार हजार से ज्यादा इकाइयां हैं. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के अंतर्गत आने वाली इन इकाइयों में से 90 फीसद असंगठित हैं. यही इनकी तथा देश की सबसे बड़ी कमजोरी है. जिसका संज्ञान लेते हुए ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिलौना उद्योग को बढ़ावा दिया है.

एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2024 तक भारत का खिलौना उद्योग 147-221 अरब रुपये का हो जाएगा. दुनियाभर में जहां खिलौने की मांग में हर साल औसत करीब पांच फीसद का इजाफा हो रहा है, वहीं भारत की मांग में 10-15 प्रतिशत का. निर्यात की बात करें तो सिर्फ 18-20 अरब रुपये के खिलौने का निर्यात हो पाता है. भारत में जहां खिलौना निर्माता असंगठित हैं, वहीं खिलौने की गुणवत्ता भी बड़ी चुनौती है. निर्माण में लागत ज्यादा होने की वजह से भारतीय खिलौने अपने ही बाजार में आयातित खिलौने से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाते. ऐसे में जरूरी था कि खिलौने की लागत कम करने की दिशा में कदम उठाए जाएं. इसके तहत ही राज्य में टॉय पार्क बनवाया गया है.

नोएडा के खिलौने चीन को देंगे टक्कर

नोएडा में बन रहे टॉय पार्क(Noida Toy Park) के चलते अब इन आंकड़ों में बदलाव होना तय है क्योंकि अब आधुनिक तकनीक के जरिए देश में खिलौने बनाने की फैक्ट्रियां लगेंगी. यह खिलौने चीन से बने खिलौने से सस्ते और टिकाऊ होंगे. चीन के खिलौने मंहगे और जल्दी खराब होते हैं. इसलिए अब यह माना जा रहा है कि नोएडा में खिलौनों का निर्माण शुरू होने के बाद से चीन में बने खिलौनों की मांग उसी तरह से घटेगी.

दीपावली में खूब बिकने वाली चीन की बनी लाइट, झालरों और गणेश लक्ष्मी की मूतियों की मांग भी घट गई है. अब देश में तमाम कंपनियां सस्ती और टिकाऊ झालरें बनाने लगी हैं. गणेश लक्ष्मी की मूतियां भी अब बड़ी संख्या में लोग बनाने लगें हैं. इसी प्रकार जल्द ही नोयडा में बने खिलौने चीन में बने खिलौनों को चुनौती देंगे.

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