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250 रुपये प्रति वर्ग फुट के खर्च पर बनाइए सस्ता और टिकाऊ घर

अगर आप घर का निर्माण कराने जा रहे हैं या फिर कराना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहे अमृत महोत्सव में भवन निर्माण से जुड़ी कंपनियों ने सस्ते घर बनाने की तकनीक का प्रदर्शन किया. इसका खर्च महज 250 रुपये से 750 रुपये प्रति फुट है.

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.
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Published : Oct 7, 2021, 5:13 PM IST

लखनऊः इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) में देश की कई कंपनियों द्वारा भवन निर्माण की आधुनिकतम तकनीक का प्रदर्शन किया गया. इसमें 250 रुपये से 750 रुपये प्रति वर्ग फुट की निर्माण वाली तकनीकों का प्रदर्शन प्रमुख रहा. बता दें कि मौजूदा समय में प्रति वर्ग फुट निर्माण की लागत 1600 से 2000 रुपये आ रही है. बताया गया कि इस तकनीक में न तो ईटों की जरूरत होती है और न ही ज्यादा सीमेंट और लोहे की. कम सीमेंट और सरिया की मदद से घर का निर्माण कराना संभव हो गया है. कंपनियों का दावा है कि इस तकनीक से बने मकान 100 साल तक टिकाऊ रहेंगे.

आप अगर मकान बनवाने के लिए सोच रहे हैं तो अमृत महोत्सव में चल रही प्रदर्शनी आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है. प्रदर्शनी में सस्ते टाइल्स बनाने वाली कंपनियां के साथ-साथ भवन निर्माण की सामग्री बनाने वाली अन्य कंपनियों ने भी तकनीक प्रदर्शित की. इसी प्रदर्शनी में हरित भवन बनाने का आइडिया काफी पसंद किया गया. हरित भवन एक ऐसा घर होता है. जिसमें डिजाइन, निर्माण आदि पर्यावरण के अनुकूल होता है. यह घर ऊर्जा, पानी और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए बनाया जाता है. इसे बनाने में कम ऊर्जा और शोषित करने वाली सामग्रियों का उपयोग किया जाता है. इस मौके पर कार्बनिक यौगिक पेंट और सौर ऊर्जा से जुड़ी सामग्री को भी प्रदर्शित किया गया. इस प्रदर्शनी में भवन निर्माण से जुड़ी 200 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं.

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.

ये भी पढ़ेंः चुनाव से पहले भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित, पीएम मोदी-मुरली मनोहर जोशी को किया गया शामिल

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.

इस तरह बनेगा सस्ता घर

बताया गया कि सबसे पहले पिलर का निर्माण कराया जाएगा. इसके बाद पिलरों के अनुरूप सीमेंट की पतली दीवारें तैयार की जाएंगी और उन्हें आपस में जोड़ दिया जाएगा. इसमें ईटों का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं होगा. इस तरह सस्ता घर तैयार हो जाएगा. घर के भीतर की फिनिशिंग बजट के अनुरूप कर दी जाएगी. इस तकनीक पर ही 250 से 750 रुपये प्रति वर्ग फुट का खर्च आएगा.

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.

केंद्रीय भवन निर्माण अनुसंधान संस्थान (csri), रुड़की ने खास तकनीक का प्रदर्शन किया. इसमें भवन निर्माण सामग्री में लकड़ी के विकल्प के तौर पर चावल, भूसी और प्लास्टिक से बनी लकड़ी, प्राकृतिक फाइबर आधारित पैनल, शीट क्यूट. सीसल फाइबर, जीपीएस डोर, अपशिष्ट पदार्थों से बने प्लाईवुड, कागज उद्योग के अपशिष्ट के हल्के पैनल दर्शाए गए. इसके अलावा बॉयो कंकरीट भवनों के कवर और नैनो तकनीक का प्रदर्शन भी किया गया.

लखनऊः इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) में देश की कई कंपनियों द्वारा भवन निर्माण की आधुनिकतम तकनीक का प्रदर्शन किया गया. इसमें 250 रुपये से 750 रुपये प्रति वर्ग फुट की निर्माण वाली तकनीकों का प्रदर्शन प्रमुख रहा. बता दें कि मौजूदा समय में प्रति वर्ग फुट निर्माण की लागत 1600 से 2000 रुपये आ रही है. बताया गया कि इस तकनीक में न तो ईटों की जरूरत होती है और न ही ज्यादा सीमेंट और लोहे की. कम सीमेंट और सरिया की मदद से घर का निर्माण कराना संभव हो गया है. कंपनियों का दावा है कि इस तकनीक से बने मकान 100 साल तक टिकाऊ रहेंगे.

आप अगर मकान बनवाने के लिए सोच रहे हैं तो अमृत महोत्सव में चल रही प्रदर्शनी आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है. प्रदर्शनी में सस्ते टाइल्स बनाने वाली कंपनियां के साथ-साथ भवन निर्माण की सामग्री बनाने वाली अन्य कंपनियों ने भी तकनीक प्रदर्शित की. इसी प्रदर्शनी में हरित भवन बनाने का आइडिया काफी पसंद किया गया. हरित भवन एक ऐसा घर होता है. जिसमें डिजाइन, निर्माण आदि पर्यावरण के अनुकूल होता है. यह घर ऊर्जा, पानी और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए बनाया जाता है. इसे बनाने में कम ऊर्जा और शोषित करने वाली सामग्रियों का उपयोग किया जाता है. इस मौके पर कार्बनिक यौगिक पेंट और सौर ऊर्जा से जुड़ी सामग्री को भी प्रदर्शित किया गया. इस प्रदर्शनी में भवन निर्माण से जुड़ी 200 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं.

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.

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इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.

इस तरह बनेगा सस्ता घर

बताया गया कि सबसे पहले पिलर का निर्माण कराया जाएगा. इसके बाद पिलरों के अनुरूप सीमेंट की पतली दीवारें तैयार की जाएंगी और उन्हें आपस में जोड़ दिया जाएगा. इसमें ईटों का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं होगा. इस तरह सस्ता घर तैयार हो जाएगा. घर के भीतर की फिनिशिंग बजट के अनुरूप कर दी जाएगी. इस तकनीक पर ही 250 से 750 रुपये प्रति वर्ग फुट का खर्च आएगा.

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भवन निर्माण कंपनियों ने आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया.

केंद्रीय भवन निर्माण अनुसंधान संस्थान (csri), रुड़की ने खास तकनीक का प्रदर्शन किया. इसमें भवन निर्माण सामग्री में लकड़ी के विकल्प के तौर पर चावल, भूसी और प्लास्टिक से बनी लकड़ी, प्राकृतिक फाइबर आधारित पैनल, शीट क्यूट. सीसल फाइबर, जीपीएस डोर, अपशिष्ट पदार्थों से बने प्लाईवुड, कागज उद्योग के अपशिष्ट के हल्के पैनल दर्शाए गए. इसके अलावा बॉयो कंकरीट भवनों के कवर और नैनो तकनीक का प्रदर्शन भी किया गया.

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