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लखनऊ: अस्पताल प्रशासन ने की कार्रवाई, सरकार को भेजी गैरहाजिर डॉक्टरों की सूची

उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की मनमानी देखने को मिल रही है. डॉक्टर बिना किसी सूचना के गैरहाजिर रहते हैं. इन्हीं अनियमितताओं को देखते हुए सरकार अब सख्त कार्रवाई करने वाली है. कई अस्पतालों ने गैरहाजिर डॉक्टरों की सूची भी दे दी है.

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Published : Dec 27, 2019, 7:13 AM IST

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डॉ डीएस नेगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर लंबे समय से गैरहाजिर हैं. उत्तर प्रदेश के करीब 400 डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग के रडार पर हैं. जल्द ही यदि इन लोगों ने अपनी सेवाओं में अनियमितताएं कम नहीं की तो इन लोगों को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा.

इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ के सात डॉक्टर कई महीनों से गैरहाजिर हैं और इनकी गैरहाजिर होने की कोई सूचना भी अस्पताल के पास नहीं है. इन डॉक्टरों पर बहुत जल्द प्रशासन कार्रवाई करने वाला है. इन सभी डॉक्टरों की सूची बनाकर स्वास्थ्य विभाग ने प्रमुख सचिव को सौंप दी है.

अस्पताल प्रशासन ने की कार्रवाई.

अस्पतालों ने गैरहाजिर चल रहे करीब 950 डॉक्टरों की सूची जारी की है. इनमें करीब 300 डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन उनका इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया गया है. खबरों की मानें तो आने वाले दिनों में इन सभी इस्तीफे को मंजूर कर इनकी सेवाओं को समाप्त कर दिया जाएगा. राजधानी में 7 ऐसे डॉक्टर हैं जो महीनों से गायब है और किसी को कोई जानकारी नहीं है.

पढ़ें: लखनऊ: रैन बसेरों का औचक निरीक्षण करने निकले सीएम योगी

सिविल बालोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि इन अस्पतालों में भी कई ऐसे डॉक्टर हैं, जो अपनी सेवाएं लंबे समय से नहीं दे रहे हैं. डॉक्टरों की रिपोर्ट भी डीएस नेगी द्वारा शासन को भेजी गई है. वहीं बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ऋषि सक्सेना ने भी इन डॉक्टरों की सूची बनाकर के स्वास्थ विभाग को भेज दिया है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर लंबे समय से गैरहाजिर हैं. उत्तर प्रदेश के करीब 400 डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग के रडार पर हैं. जल्द ही यदि इन लोगों ने अपनी सेवाओं में अनियमितताएं कम नहीं की तो इन लोगों को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा.

इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ के सात डॉक्टर कई महीनों से गैरहाजिर हैं और इनकी गैरहाजिर होने की कोई सूचना भी अस्पताल के पास नहीं है. इन डॉक्टरों पर बहुत जल्द प्रशासन कार्रवाई करने वाला है. इन सभी डॉक्टरों की सूची बनाकर स्वास्थ्य विभाग ने प्रमुख सचिव को सौंप दी है.

अस्पताल प्रशासन ने की कार्रवाई.

अस्पतालों ने गैरहाजिर चल रहे करीब 950 डॉक्टरों की सूची जारी की है. इनमें करीब 300 डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन उनका इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया गया है. खबरों की मानें तो आने वाले दिनों में इन सभी इस्तीफे को मंजूर कर इनकी सेवाओं को समाप्त कर दिया जाएगा. राजधानी में 7 ऐसे डॉक्टर हैं जो महीनों से गायब है और किसी को कोई जानकारी नहीं है.

पढ़ें: लखनऊ: रैन बसेरों का औचक निरीक्षण करने निकले सीएम योगी

सिविल बालोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि इन अस्पतालों में भी कई ऐसे डॉक्टर हैं, जो अपनी सेवाएं लंबे समय से नहीं दे रहे हैं. डॉक्टरों की रिपोर्ट भी डीएस नेगी द्वारा शासन को भेजी गई है. वहीं बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ऋषि सक्सेना ने भी इन डॉक्टरों की सूची बनाकर के स्वास्थ विभाग को भेज दिया है.

Intro:



उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे हैं। करीब 400 लोगों को नौकरी से हटाया जाएगा। शासन ने जांच के बाद ही ने कार्यमुक्त करने का फैसला किया है ।इसी कड़ी में अब राजधानी लखनऊ के अस्पतालों के सात डॉक्टर इसमें शामिल हैं। यह सभी महीनों से अस्पताल नहीं आ रहे हैं।यहां तक कि अस्पताल प्रशासन को इनके बारे में कोई जानकारी भी नहीं है।




Body:उत्तर प्रदेश के करीब 400 डॉक्टर स्वास्थ विभाग के रडार पर हैं। जल्द ही यदि इन लोगों ने अपनी सेवाओं में अनियमितताएं कम नहीं की तो इन लोगों को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा। अब इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ के सात डॉक्टर लापता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह 7 डॉक्टर ना तो अस्पताल में पहुंच रहे हैं और ना ही महीनों से अपनी सेवाएं अस्पतालों में दे रहे हैं। इसके बाद इन सभी डॉक्टरों की सूची बनाकर के स्वास्थ्य विभाग ने प्रमुख सचिव को सौंप दी है। जिसके बाद जल्द ही इन डॉक्टरों पर कार्यवाही करते हुए स्वास्थ विभाग द्वारा उनकी सेवाओं को समाप्त करने के लिए कहा गया है।

प्रदेश के 300 डॉक्टर का इस्तीफा होगा मंजूर

शासन को अस्पतालों से गैरहाजिर चल रहे करीब 950 डॉक्टरों की सूची मिली है। इनमें करीब 300 डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं। लेकिन उनका इस्तीफा भी तक मंजूर नहीं किया गया है। जिम्मेदारों के मुताबिक आने वाले दिनों में इन सभी मिल इस्तीफे को मंजूर कर इनकी सेवाओं को समाप्त कर दिया जाएगा।

जिला अस्पतालों में भी डॉक्टर कर रहे हैं मनमानी

सिविल बा लोकबंधु अस्पताल के निदेशक डॉ डीएस नेगी से हमने जब बातचीत करी तो उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों में भी कई ऐसे डॉक्टर हैं जो अपनी सेवाएं लंबे समय से नहीं दे रहे हैं। डॉक्टरों की रिपोर्ट भी डीएस नेगी द्वारा शासन को भेजी गई है। तो वहीं बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ऋषि सक्सेना ने भी इन डॉक्टरों की सूची बनाकर के स्वास्थ विभाग को भेज दिया है।


बाइट- डॉ नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ, लखनऊ


Conclusion:उम्मीद है इन लापरवाह डॉक्टरों पर स्वास्थ विभाग का चाबुक चलेगा और अस्पतालों में आने वाले दिनों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होती दिखेंगी। जिससे कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल पाएंगी।

एन्द
शुभम पाण्डेय
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