लखनऊ: मामला राजधानी के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले कुर्मिनखेड़ा का है, जहां संकटा प्रसाद नामक होमगार्ड राजधानी लखनऊ की जिला जेल में तैनात थे. पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे होमगार्ड को 4 महीने से वेतन नहीं दिया गया. वहीं परिवार का कहना है कि जनवरी में अधिक ठंड पड़ने से उनकी तबीयत खराब हो गई. पैसे के अभाव के चलते उनका इलाज सही से नहीं हो सका, जिससे उनकी मौत हो गई.
जानें क्या है पूरा मामला
- पैसे के आभाव के चलते एक होमगार्ड की मौत का मामला सामने आया है.
- बीमार चल रहे होमगार्ड को 4 महीने से वेतन नहीं दिया गया था.
- जिला जेल में तैनात होमगार्ड का मौके पर इलाज नहीं हो पाने से उसकी मौत हो गई.
4 महीने से मृतक होमगार्ड संकटा प्रसाद को वेतन नहीं मिला था. वह लखनऊ के जिला जेल में तैनात थे. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इलाज के अभाव में संकटा प्रसाद की मौत हो गई. वहीं परिवार वालों का कहना है कि जब तक सरकारी मदद नहीं मिलेगी तब तक पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
मृतक होमगार्ड के छोटे बेटे दीपांशु ने बताया कि घर में सिर्फ 200 रुपये ही बचे थे. मृतक होमगार्ड के परिजनों का कहना है कि उनके पास न तो आवास है और न ही कमाई का कोई और साधन है. वहीं मृतक के बड़े बेटे हिमांशु का कहना है कि सरकार से एक ही मांग है कि उनके पिता के अंतिम संस्कार के लिए थोड़ी सी मदद कर दी जाए.